Bareilly: डॉग शो में 35 नस्लों के 180 कुत्तों ने दिखाया जलवा, महंगी गाड़ियों से पहुंचे...आकर्षण का बने केंद्र
बरेली, अमृत विचार: इज्जतनगर स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के खेल मैदान में रविवार को रुहेलखंड केनेल क्लब की ओर से डॉग शो का आयोजन हुआ, जिसमें 35 से अधिक नस्लों के 180 से ज्यादा कुत्ते दिल्ली, कानपुर, मुंबई, हरियाणा, चंडीगढ़, देहरादून समेत कई शहरों से पहुंचे। विदेशी कुत्तों के बीच इस शो में देसी नस्ल के कुत्ते गिनती के थे, लेकिन बेहतर परवरिश पा रहे देसी नस्ल के कुत्तों की रंगत चर्चा का विषय रही। देसी और विदेशी कुत्तों ने जलवा बिखेरते हुए अपनी कला का प्रदर्शन किया।
डॉग शो का उद्घाटन आईवीआरआई की संयुक्त निदेशक डॉ. रूपसी तिवारी ने किया। इसमें विश्व में सबसे छोटे कुत्तों की नस्लों में चिहुआहुआ तो सबसे बड़े कुत्तों की नस्ल में ग्रेट डेन शामिल रहा। विदेशी नस्लों के अकिता समेत कई कुत्तों ने बारी-बारी से अपनी कला का प्रर्दशन किया, जिसे देख दर्शक हैरान रह गए।
आयोजक डाॅ. अभय तिलक ने बताया कि इस शो में विदेशी नस्ल के काफी कुत्ते आए थे, सभी में अपनी अलग-अलग कला थी। सचिव राकेश भंडारी ने बताया कि शो का मुख्य आकर्षण कारवां, पग, रीटीवर, लैबराडोर, अकिता, जर्मन शैफड, साइबेरियन हस्की, बुलडॉग डाबरमेन, पेकिंगीज आदि रहे।
महंगी गाड़ियों से पहुंचे कीमती कुत्ते
डॉग शो में कई ऐसे कुत्ते थे, जो रेंज रोवर, हांडा सीवी, फॉर्च्यूनर, एंडवरर, मर्सिडीज जैसी महंगी गाड़ियों से आए थे। शाम 4 बजे तक चले शो में उनके खाने का खास इंतजाम किया गया था। ट्रेनर साथ में थे, शो में चार से पांच लाख तक के डावरमेन थे, वहीं आठ लाख तक का गोल्डन रिटीवर भी था। लाखों की कीमत वाले महंगी ब्रीडों के कुत्ते देखने के लिए शहर के लोग पहुंचे और उनके बारे में जानकार भी ली।
एक के बाद एक कुत्तों ने सभी का ध्यान खींचा
विश्व में सबसे छोटे कुत्तों की नस्लों में शामिल चिहुआहुआ नस्ल के कुत्ते को लेकर बिजनौर के विक्रम सिंह परिवार के साथ पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि कुत्ते का नाम लिओन है। पूरे परिवार के साथ घुला-मिला है। वहीं, आंवला के वैभव टायपाम नस्ल के कुत्ते को लेकर परिवार के साथ आए थे। उन्होंने बताया कि उनके कुत्ते की उम्र तीन साल है। विश्व में इससे छोटे कद का कोई कुत्ता नहीं है। करनाल से सुमित अमेरिकन अकिता नस्ल का कुत्ता लेकर पहुंचे थे, जो जापान के उत्तरी पहाड़ी इलाकों की एक कुत्तों की नस्ल है।
सुमित ने बताया कि इसकी खासियत यह है कि यह किसी तरह की गंध नहीं छोड़ता। परिवार के सदस्यों के प्रति बेहद वफादार है। राकेश गुप्ता दिल्ली से कोरिया नस्ल के कुत्ते को लेकर शो में आए थे। उन्होंने बताया कि डॉग का नाम पोमरालियन है।
देखने में देसी बिल्ली से छोटा यह कुत्ता काफी चुलबुला होता है। दिल्ली के अमित शो में साइबेरियन हस्की नस्ल के कुत्ते को लेकर आए। जिसका नाम विलो था। इसकी खास बात यह है कि माइनस डिग्री वाले इलाकों में रहन सहन होता है। इसे विदेश से मंगवाया था। शहर के कालीबाड़ी के गौतम यादव अपने ग्रेट डेन नस्ल के कुत्ते को लेकर पहुंचे थे। इस कुत्ते ने भी सभी का ध्यान खींचा।
यह रहे विजेता
डॉग शो में हरियाणा से आए सुमित का बुलडॉग ने प्रथम, फिरोजाबाद के शिवम गुप्ता के कारवां ने द्वितीय, दिल्ली के शिहत्जु पिल्ले ने तृतीय, भोपाल के यश के डाबरमेन ने चौथा, दिल्ली के अलखनंदा के पॉमेलियन ने पाचवां, करनाल के सुमित के अकिता ने छठवां, दिल्ली के महिपाल के लैबराडोर ने सातवां और केशव के पेकिंगीज ने आठवां स्थान प्राप्त किया।
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