ब्याज की रकम और बेइज्जती का बदला लेने के लिए ठेकेदार की हत्या, पार्टनर-भाई और जीजा समेत चार आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ, अमृत विचार: गुडंबा के अर्जुन एंक्लेव में ठेकेदार व प्यॉज के आढ़ती उमाशंकर सिंह (45) की हत्या पार्टनर ने अपने भाई, जीजा और जीजा के छोटे भाई के साथ मिलकर की थी। जांच में सामने आया कि पार्टनर व उसके भाई ने अपनी 12 बीघा जमीन ठेकेदार के पास गिरवी रखकर 10 प्रतिशत ब्यॉज पर 60 लाख रुपये लिए थे। रुपये वापसी के लिए उमाशंकर सामाजिक रूप से बेइज्जत करता था। साथ ही कई गुना रुपये वापस मांग रहा था। इसी बेइज्जती का बदला लेने और रुपये हड़पने के लिए हत्याकांड का खाका तैयार कर वारदात की थी। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि मूल रूप से सुल्तानपुर निवासी उमाशंकर सिंह का खून से लथपथ शव मंगलवार सुबह कमरे में मिला था। वैशाली जब कमरे में पहुंची ताे उमाशंकर का शव मिला था। पुलिस ने दूसरी पत्नी ममता की तहरीर पर पति की मित्र वैशाली समेत 6 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। नामजद आरोपियों से पूछताछ की गई। आरोपियों के बयान के आधार पर घटना के समय जो लोकेशन बताई, उन्हें भी चेक किया गया।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई। नामजद आरोपियों की भूमिका नहीं मिली। मकान मालिक मुस्तकीम ने पुलिस को बताया था कि सोमवार को ठेकेदार उमाशंकर चार लोगों के साथ आए थे। पुलिस ने घर से लेकर करीब पांच किलोमीटर के दायरे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की।
फुटेज के आधार पर पुलिस ने पार्टनर सुल्तानपुर स्थित शिवगढ़ निवासी शिवा सिंह उर्फ शिवराम सिंह, उसके भाई संजय कुमार चौहान, जीजा प्रतापगढ़ निवासी अभिनंदन और उनके छोटे भाई कविनंदन सिंह उर्फ छोटे को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने उमाशंकर की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। बताया कि सोमवार को सभी लोग उमाशंकर के किराए के मकान पर साथ में पहुंचे थे। नॉनवेज खाने के बाद शराब पी।
उमाशंकर के नशे में होने पर आरोपियों ने चापड़ से गला रेतकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी रैन कोट और मुंह ढकने के बाद दरवाजे के बाहर ताला लगाकर भाग गए थे। वहां से निकलकर चापड़, सूजा और अन्य सामान एक बैग में रखकर अतरौली गांव में बबूल की छाड़ में फेंक दिया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो चापड़, एक सूजा, दो रेन कोट, काला गमछा और खून लगा कुर्ता बरामद किया है।
नामजदगी के लिए शिवा ने ही पैदा किया था संदेह
इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उमाशंकर सिंह ने दो शादियां की थी। वहीं, लखनऊ में वैशाली सिंह से भी सम्पर्क में था। यह बात शिवा को पता थी। उमाशंकर से बेइज्जती का बदला लेने के लिए हत्या की साजिश रची गई। शिवा ने पुलिस को बताया कि अर्जुन एंक्लेव स्थित फ्लैट की एक चाभी वैशाली के पास भी रहती है।
ठेकेदार से मिलने के लिए उसकी महिला मित्र दिन में एक बार फ्लैट पर भी आती है। आरोपी शिवा गुडंबा के मायापुरी में रहता है। वारदात के बाद मददगार बनकर पीड़ित परिवार के साथ हर समय मौजूद रहा। यही नहीं जांच भटकाने के लिए उसने पीड़ित परिवार के मन में हत्या में वैशाली और उसके परिजन की भूमिका होने का संदेह भी पैदा कर दिया था।
