बदायूं: गंगा का दिखने लगा रौद्र रूप...सहसवान-उसहैत में बाढ़ का खतरा
बदायूं, अमृत विचार। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के चलते नरौरा बैराज से गंगा में 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी सोमवार को कछला होते हुए सहसवान व उसहैत क्षेत्र में पहुंच गया है।
गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में चिंता का माहौल बन गया है। बाढ़ खंड विभाग ने संभावना जताई है कि अगले दो दिनों में गंगा में एक लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा जा सकता है। ऐसी स्थिति में तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ सकता है। पिछले चार-पांच दिनों से उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मूसलधार बारिश हो रही है। इस वर्षा का पानी हरिद्वार व बिजनौर होते हुए नरौरा बैराज तक पहुंच रहा है। रविवार देर रात बैराज से गंगा में 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया जो सोमवार सुबह सहसवान, कछला और उसहैत के तटीय गांवों तक पहुंच गया।
अचानक जलस्तर बढ़ने से भुंडी, सखतपुर, जटा सहित कई गांवों में खलबली मच गई है। ग्रामीणों का कहना है कि रविवार तक गंगा में जलस्तर सामान्य था और लोग आसानी से गंगा पार कर रहे थे। लेकिन सोमवार सुबह अचानक पानी बढ़ गया जिससे गांववासियों के होश उड़ गए। हालांकि प्रशासन का दावा है कि इस बार तटबंधों को काफी मजबूत किया गया है और पत्थरों की लेयरिंग से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। बावजूद इसके, बाढ़ खंड ने चेतावनी जारी कर दी है और गांववासियों से अपील की गई है कि अगले चार-पांच दिन तक वे गंगा किनारे पशुओं को न ले जाएं।
कछला में फिर हटे दुकानदार
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने कछला गंगा घाट के किनारे लगे दुकानदारों को एक बार फिर हटाया है। कुछ दुकानदारों को एक सप्ताह पूर्व ही हटाया गया था, अब शेष को भी सोमवार को हटा दिया गया। दुकानदारों ने बताया कि सुबह से पानी लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है।
सहायक अभियंता, बाढ़ खंड नेशपाल ने बताया कि नरौरा व हरिद्वार से अब लगातार पानी आ रहा है जिससे गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। आज पहले दिन 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो उसहैत क्षेत्र में पहुंच चुका है। अगले कुछ घंटों में और पानी छोड़े जाने की संभावना है। अभी खतरा नहीं है, लेकिन एहतियातन सभी गांवों को सतर्क कर दिया गया है।
