दुग्ध उपार्जन में प्रतिदिन 3.57 LKGPD के साथ 40 % की वृद्धि, मंत्री धर्मपाल सिंह ने की समीक्षा

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार : प्रदेश में बीते जून महीने में दुग्ध उपार्जन प्रतिदिन 3.57 एलकेजीपीडी के साथ बीते वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। औसत तरल दुग्ध विक्रय प्रतिदिन 1.86 एलएलपीडी रहा है। दुग्ध संघ द्वारा 6295 दुग्ध समितियों में भ्रमण कर उत्पादन क्षमताओं और व्यवस्था की प्रगति की समीक्षा की गई।

पशुधन एवं दुग्ध विकास धर्मपाल सिंह ने राज्य में दुग्ध उत्पादन की स्थिति साझा करते हुए मंगलवार को यहां विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में दुग्ध समितियों के गठन की समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुरानी समितियां बंद न होने पाएं, अक्रियाशील समितियों को क्रियाशील किया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा दुग्ध समितियों का भ्रमण एवं अनुश्रवण निरंतर किया जाए और निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। 

जहां कहीं कोई कमी या समस्या हो उसका निराकरण किया जाए और शासन को अवगत कराया जाए। दुग्ध मूल्य का भुगतान समय पर कराया जाए। किसानों एवं पशुपालकों का हित राज्य सरकार की प्राथमिकता है। बैठक में दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमित कुमार घोष पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक वैभव श्रीवास्तव, विशेष सचिव, दुग्ध विकास, रामसहाय यादव, दुग्ध आयुक्त राकेश कुमार मिश्र, पीसीडीएफ के अधिकारी तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

पराग के उत्पादों की आकर्षक पैकेजिंग पर दें ध्यान

धर्मपाल सिंह ने कहा है कि पराग के उत्पादों की आकर्षक पैकेजिंग पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए और उत्पादों की गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए। पराग के उत्पाद उपभोक्ताओं को आसानी से उपलब्ध हो सकें। पराग की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग को बेहतर किया जाए और इसके लिए मार्केटिंग के विशेषज्ञों का सहयोग लिया जाए। किसानों एवं पशुपालकों के लिए समय-समय पर विशेष रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाएं, ताकि उनको दुग्ध क्षेत्र में हो रहे नवीन शोधों एवं तकनीकों की जानकारी हो सके और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो।

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