राजधानी में 133 विद्यालयों में 30 से कम छात्र, 120 स्कूल का होगा विलय, शिक्षकों ने जताया एतराज, देखें लिस्ट
लखनऊ, अमृत विचार: लखनऊ के नगर और ग्रामीण क्षेत्र में 30 से कम छात्र संख्या वाले 120 विद्यालयों का नजदीकी विद्यालयों में विलय कर दिया गया है। अब इन इन विद्यालयों के बच्चे सबद्ध विद्यालयों में पढ़ाई करेंगे। विलय का प्रस्ताव प्राइमरी और जूनियर स्कूलों की स्कूल प्रबंध समिति (एसएमएसी) ने बीईओ को सौंप दिया है।
राजधानी में बेसिक शिक्षा विभाग के 1618 विद्यालय हैं। इनमें 133 विद्यालय 30 से कम छात्र संख्या वाले चिह्नित किए गए हैं। इन स्कूलों की सूची बीएसए ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक, निदेशक व डीएम समेत खण्ड शिक्षाधिकारी और संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को भेज दी है। इसमें विलय की जानकादी दी गई है। बीएसए ने स्कूल भवन के उपयोग पर विभागीय अधिकारियों के निर्देश आने के बाद निर्णय लेने की बात कही गई है। अन्य विद्यालयों की प्रबंध समिति ने विलय का प्रस्ताव नहीं दिया है। इन स्कूल के प्रबंध समिति के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य, ग्राम प्रधान स्कूलों के विलय का विरोध कर रहे हैं। इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का कहना है कि बीएसए के निर्देश पर बीईओ और एआरपी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर सहमति प्रस्ताव का दबाव बना रहे हैं।
शिक्षकों को एतराज
शिक्षकों का कहना है कि बीएसए ने जिन स्कूलों का विलय का आदेश कर दिया है, वहां बच्चों की संख्या बढ़ने पर कई तरह की अव्यवस्थाएं हैं। बच्चे दो से तीन किमी. की दूरी तय करके स्कूल पहुंचेंगे। बच्चों के साथ ही शिक्षकों के बैठने के लिए बेंच व कुर्सी से लेकर अन्य सुविधाएं नहीं हैं। स्कूल का यू डायस भी अलग अलग है। पहले व्यवस्थाएं की जानी चाहिए थी फिर विलय की बात हो।
इन विद्यालयों का हुआ विलय
प्राइमरी स्कूल अनूपखेड़ा,दाउद नगर, दुलागंज,कलुबीर खेड़ा, पदमिन खेड़ा, फुलवरिया, राजपुर,पीएस भीखमपुरवा, पर्वतपुर, दरांवा, मानखेड़ा, दुग्गौली,चैना, वाजिदनगर, गड्डिनखेड़ा प्रथम, फूल चंद खेड़ा, समाधानपुर, गगन, भानौरा,वीरपुर-2, बंडा खेड़ा, कुसमी, हलुआपुर, शिवरी , उमरभरी, विश्रामपुर, बेलवा-2, रायपुर राजा-2, भगतखेड़ा, अलीनगर, कुंवर बहादुर खेड़ा, ढकवा अहिरन, रानीखेड़ा, लालनगर, जूनियर हाईस्कूल गोहरामऊ, सुभानख नगर, परसदी खेड़ा सहित अन्य विद्यालय शामिल हैं।
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