KGMU: केजीएमयू में कर्मचारियों को नियम विरुद्ध दी गई पदोन्नति, पूर्व विधायक ने शासन को लिखा पत्र
लखनऊ, अमृत विचार। अयोध्या के पूर्व भाजपा विधायक ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) प्रशासन पर तदर्थ कर्मचारियों को बिना विनियमितीकरण के स्थायीकरण और पदोन्नति देने का आरोप लगया है। इस संबंध में उन्होंने शासन को शिकायती पत्र भेज कर जांच की मांग की है।
अयोध्या के मिल्कीपुर से पूर्व भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को केजीएमयू में तदर्थ कर्मचारियों के स्थायीकरण और पदोन्नति देने पर आपत्ति दर्ज कराई है। शिकायत पत्र में गोरखनाथ ने कहाकि तदर्थ कर्मचारियों को पहले विनियमितीकरण करना चाहिए। उसके बाद ही स्थायीकरण और पदोन्नति दी जा सकती है। इसके बावजूद केजीएमयू प्रशासन ने कई तदर्थ कर्मचारियों को नियम विरुद्ध लाभ दिया गया।
पूर्व भाजपा विधायक ने चार जून 2025 को चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने शिकायती पत्र, कर्मचारियों की सूची व दूसरे दस्तावेज बतौर सुबूत भेजे हैं। आरोप हैं कि अधिकारी शिकायत पत्र व सुबूतों के बावजूद जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
इसके बाद शासन में संयुक्त सचिव अरूणेश कुमार द्विवेदी ने पूर्व विधायक गोरखनाथ को पत्र भेजा। जिसमें पत्र उनके द्वारा लिखा गया। इसके बारे में पूछा गया। पूर्व भाजपा विधायक ने कहा कि पत्र मेरे द्वारा ही लिखा गया है। नियमों को ताक पर रखने वाले केजीएमयू अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
