Panchayat Election 2026: पंचायत चुनाव में प्रभावशाली समर्थित उम्मीदवार उतारने की तैयारी में प्रदेश कांग्रेस
शपथ ग्रहण के बाद तेज होगा जनाधार मजबूत करने का कार्य
लखनऊ, अमृत विचार। वर्ष 2026 में होने वाले पंचायत चुनाव में प्रदेश कांग्रेस प्रभावशाली समर्थित उम्मीदवार उतारने की तैयारी में जुट गई है। प्रदेश भर में जिला व शहर के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के पूरा होने के बाद कांग्रेस जनाधार मजबूत करने का कार्य तेज करेगी।
वर्ष 2021 में हुए पंचायत चुनाव में सपा ने भाजपा को शिकस्त दी थी। कई सीटों पर भाजपा अपने ही गढ़ में हार गई थी। जिला पंचायतों में सपा समर्थित 790 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की, जबकि भाजपा समर्थित 599 प्रत्याशी जीते थे। निर्दलीय व कांग्रेस समेत अन्य दलों ने 1247 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
पिछले लोकसभा चुनाव में मिली सफलता से उत्साहित कांग्रेस इस बार पंचायत चुनाव भी बेहतर प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत प्रदेश कांग्रेस ने जिला व शहर में बूथ स्तर के पदाधिकारियों के चयन में पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक वर्ग के सामाजिक समीकरण का ध्यान रखा है, साथ ही, महिलाओं के लिए 20 प्रतिशत पद दिये हैं।
अनुसूचित वर्ग में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए प्रदेश कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तर्ज पर संविधान बचाने के मुद्दे पर अनुसूचित व अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों के बीच पकड़ मजबूत करने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पंचायत चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अभी से मजबूत प्रत्याशियों पर नजर बनाये हुए है, ताकि चुनाव के वक्त उन्हें भाजपा के मुकाबले मजबूती से चुनावी मैदान में उतारा जा सके।
सपा ने अयोध्या में दी थी भाजपा को शिकस्त
पिछले पंचायत चुनाव में अयोध्या में सपा ने 40 में से 24 सीटें जीती थीं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल के साथ चुनाव लड़ने से सपा को लाभ मिला था। बसपा को 361 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस सिर्फ 59 सीटों पर जीत दर्ज कर पायी थी। भाजपा को अपने गढ़ में ही हार मिली है। अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और प्रयागराज में भाजपा को करारी शिकस्त मिली थी। अयोध्या जिला पंचायत की 40 में से 24 सीटों पर सपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। वाराणसी जिला पंचायत की 40 सीटों में से भाजपा के खाते में सिर्फ 7 सीटें आईं। यहां 15 सीटों पर सपा समर्थित प्रत्याशी जीते थे। बसपा ने 5, अपना दल एस को 3, सुभासपा और आम आदमी पार्टी को 1-1 सीट मिली थीं।
