गोंडा: मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ ने भरी हुंकार, पुरानी पेंशन बहाल करने व स्कूलों का मर्जर रद्द करने की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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गोंडा, अमृत विचार। शिक्षकों की लंबित मांगों को पूरा कराए जाने को लेकर मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने हुंकार भरी। जिला पंचायत के टिन शेड में धरना दिया और पुरानी पेंशन की बहाली तथा स्कूलों के मर्जर को आदेश को रद्द करने की मांग की। शिक्षकों ने अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा। धरने की शुरूआत विष्णु शंकर तिवारी ने सरस्वती वंदना से की‌।

प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर आयोजित इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष आनंद त्रिपाठी ने कहा कि मर्जर के नाम पर सरकार स्कूलों को बंद कर बच्चों का हक छीन रही है। शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हो रही है। स्कूलों में प्रधानाध्यापक के पद रिक्त पड़े हैं। पदोन्नति कर इसे भरने के बजाय‌ स्कूलों को पेयरिंग और मर्जर को नाम पर बंद किया जा रहा है। उन्होने तत्काल इस कार्रवाई को रद्द करने की मांग की।

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उन्होने कहा कि 1 अप्रैल 2005 व उसके पश्चात नियुक्त शिक्षकों का पुरानी पेंशन व्यवस्था का लाभ दिया जाए। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक की पदोन्नति एवं तैनाती की जाए। जिलाध्यक्ष ने शिक्षकों से एकजुटता बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि यदि आप लोग ऐसे ही संगठन पर विश्वास बनाए रखेंगे तो सरकार को अपना फैसला वापस लेना होगा।

धरने को प्रदीप कुमार सिंह, मो खालिद रजा बेग, सुभाष शुक्ल, नंद कुमार सिंह, मनीष सिंह, जितेंद्र सिंह, राज मंगल पाण्डेय, अमित सिंह, शुभम सोनकर, राम विलास वर्मा, मनोज मिश्र, इंद्र प्रताप सिंह, वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी व दिनेश सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। जिला मंत्री विजय नारायण पाण्डेय ने ज्ञापन को पढ़कर सुनाया। इसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार को दिया गया। धरने में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राधा मोहन पांडेय व जिला मंत्री बृजेंद्र कुमार सिंह भी शामिल हुए।

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इस दौरान रामभवन वर्मा, ऋषि तिवारी, उपेंद्र सिंह, मुख्तार अहमद, अमरजीत सिंह, नंदकुमार सिंह, नागेंद्र पांडे, दिनेश कुमार सिंह, दुर्गा प्रसाद शर्मा, क़दीर अहमद, प्रहलाद पांडे, राहुल पांडे, जितेंद्र सिंह, अशोक पांडे, फजील अहमद, मोहम्मद अनीस, पवन शुक्ला, राकेश यादव, शिव प्रकाश पांडे, सुनील विश्वकर्मा, हरिशंकर तिवारी, तेज बहादुर सिंह, विनय प्रकाश त्रिपाठी, धनंजय तिवारी, मनीष सिंह, राजीव ओझा, प्रभात यादव, विजय कुमार सिंह, कृष्ण मुरारी, जगत राम तिवारी, राजकुमार गौड़, शिवकुमार प्रधान समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।

यह हैं शिक्षकों की प्रमुख मांगे: 

1- 1 अप्रैल 2005 व उसके पश्चात नियुक्त शिक्षकों का पुरानी पेंशन व्यवस्था का लाभ दिया जाए
2- शिक्षकों की पदोन्नति की जाए
3- प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक की तैनाती की जाए
4- राज्य कर्मचारियों की भांति छठवें वेतन आयोग की संस्तुतियों के अनुसार शिक्षकों को भी 10 लाख सामूहिक बीमा का लाभ प्रदान किया जाए
5- शिक्षकों को चयन वेतनमान के 12 वर्ष के पश्चात सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान अनुमन्य किया जाए
6- शिक्षकों को उपार्जित अवकाश द्वितीय शनिवार एवं अध्ययन अवकाश अनुमन्य किया जाए
7- ग्रीष्मकाल में शिक्षण की अवधि 7:30 बजे से से दोपहर 12:30 तक निर्धारित किया जाए
8- शिक्षकों को बीएलओ की ड्यूटी से मुक्त रखा जाए
9- आकांक्षी जनपदों में कार्यरत शिक्षकों का अंतर्जनपदीय स्थानांतरण किया जाए
10- मृतक शिक्षकों के आश्रित जो बीएड व टेट पास हैं उन्हे शिक्षक पद पर नियुक्ति देकर सेवारत बीटीसी प्रशिक्षण पूर्ण कराया जाए

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