लखनऊ में शेयर ट्रेडिंग में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर ठगे 1.26 करोड़
कारोबारी समेत दो पीड़ित हुए साइबर ठगी का शिकार, पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में दर्ज करायी रिपोर्ट
लखनऊ, अमृत विचार: शेयर ट्रेडिंग में निवेश का झांसा देकर साइबर ठग ने कारोबारी समेत दो से 1.26 करोड़ रुपये ऐंठ लिए। जालसाज ने सोशल मीडिया के सहारे पीड़ितों को फंसाया। ट्रेडिंग पर कई गुना मुनाफे का आश्वासन दिया। उसके बाद लिंक भेजकर एप डाउनलोड कराकर रकम ट्रांसफर करा ली। यूजर आईडी एकाउंट पर मुनाफा देख पीड़ितों ने रुपये निकालने का प्रयास किया तो और मांग की गयी। ठगी का एहसास होने पर पीड़ितों ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है। साइबर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
सुशांत गोल्फ सिटी के सेलेब्रिटी ग्रींस निवासी कारोबारी कुलदीप राज गुप्ता ने बताया कि 24 जून को दो कॉल आयी। फोनकर्ता ने उज्जैन व राजकोट निवासी बताकर शेयर ट्रेडिंग की सलाह दी। आश्वासन दिया कि मुनाफे पर 20 प्रतिशत कमीशन देना होगा। यही नहीं उनकी बात सूरत में किसी से व्हाट्सएप पर करायी। बातों में फंसाकर जालसाज ने आधार कार्ड, पैन कार्ड की कॉपी लेकर 24 जून से 2 जुलाई के बीच 10 बार में 73,65,009 रुपये ट्रांसफर कर लिए। एप एकाउंट में मुनाफा देख पीड़ित ने रुपये मांगे तो टालमटोल कर धमकाया।
वहीं, बीकेटी के चंद्रिका विहार कॉलोनी फेज-3 निवासी रंजू कुशवाहा ने बताया कि 20 मई को पति मनोज कुमार को व्हाट्सएप पर वीआईपी ए7 इंडियन स्टॉक मार्केट फ्रंटियर ग्रुप पर जोड़ा गया। जिसके बाद उनकी ग्रुप पर अनवी, अरफी सिंह और जय कुमार वर्मा से बात होने लगी। साइबर ठगों ने ट्रेडिंग पर मोटे मुनाफे का झांसा दिया। फिर लिंक भेजकर अमंसा ग्रुप सर्विस डिपार्टमेंट एप डाउनलोड करायी गयी। उसके बाद शेयर और आईपीओ के नाम पर कई बार में 52.45 लाख रुपये जमा करा लिए।
पीड़ित ने बताया कि आईपीओ व शेयर बेचने पर अमंसा एप एकाउंट में मुनाफा एक करोड़ दिखने लगा तो उन्होंने रुपये निकालने का प्रयास किया। इसपर उनसे 20 प्रतिशत टैक्स मांगा। रंजू ने बताया कि 6 लाख टैक्स जमा करने के बाद उनके खाते को ब्लॉक कर ग्रुप से हटा दिया गया। ठगी का एहसास होने पर पीड़िता रंजू ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
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