रामलला और हनुमानगढ़ी में CM योगी ने टेका माथा, दर्शन-पूजन कर एक पेड़ मां के नाम अभियान में सहभागिता का किया आवाहन
अयोध्या। पौधरोपण महाअभियान का शुभारंभ करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पहले संकट मोचन हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया और प्रदेश की सुख-शांति की कामना की। इसके बाद उन्होने श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, आरती की और दर्शन-पूजन के उपरांत निकलते समय आमजन का अभिवादन भी स्वीकार किया। वहीं मंदिर परिसर की परिक्रमा कर राम मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया और राम दरबार में भी दर्शन पूजन किये।
मुख्यमंत्री ने अपने दौरे की शुरुआत संकट मोचन हनुमानगढ़ी मंदिर से की। उन्होंने यहां विधिवत पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेशवासियों के सुखमय जीवन की प्रार्थना की। यहां से निकल कर मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला के दर्शन किए। उन्होंने श्रीरामलला की आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा की इसके साथ ही उन्होंने राम दरबार में भी दर्शन पूजन किये। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी भी ली।
राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उन्हें निर्माण कार्यों की वर्तमान स्थिति और आगामी योजनाओं से अवगत कराया। इससे पहले मुख्यमंत्री के अयोध्या आगमन पर महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उन्हें स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी का जुलाई महीने में पहले अयोध्या दौरा है। इससे पहले वह 5 जून को राम दरबार के उद्घाटन के अवसर पर यहां आए थे।
बुधवार सुबह योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत एक ही दिन में 37 करोड़ से अधिक पौधे लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश आज यानी नौ जुलाई को ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत नया कीर्तिमान बनाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और प्रेरणादायक मार्गदर्शन में पिछले आठ वर्षों में 204 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाए गए, जिससे वन क्षेत्र पांच लाख एकड़ और बढ़ गया है। इसी क्रम में आज एक ही दिन में उत्तर प्रदेश में 37 करोड़ से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आइए, इस अभियान में सहभागी बनकर धरती माता के पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से ‘मां’ के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करें।’’ एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने हिंदी के प्रमुख अखबार में प्रकाशित अपने लेख को साझा किया, जिसका शीर्षक ‘आइए करें वसुधा का हरित श्रृंगार’ था। राज्य के वार्षिक पौधारोपण अभियान का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा, ‘‘नौ जुलाई से शुरू हो रहे पौधारोपण अभियान-2025 में हम केवल पौधे नहीं लगाएंगे। हम भविष्य रोपेंगे, हम संस्कार रोपेंगे।
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