मुख्यमंत्री ने मिलने के लिए बुलाया तो मैं चला गया, CM योगी से मुलाकात पर बोले बृजभूषण शरण सिंह

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Published By Deepak Mishra
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गोंडा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में हुई मुलाक़ात के एक दिन बाद मंगलवार को कैसरगंज के पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया कि उन्होंने खुद पहल नहीं की थी, बल्कि मुख्यमंत्री की ओर से मिलने का आमंत्रण मिलने के बाद ही वह लखनऊ गए थे। करीब पौने तीन साल बाद बृजभूषण शरण सिंह की सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई, जो मीडिया की सुर्खियों में है।

बृजभूषण शरण सिंह ने यह भी कहा, “यह मुलाकात लगभग 31 महीने बाद हुई और पूरी तरह औपचारिक एवं पारिवारिक शिष्टाचार की भावना से प्रेरित थी।” मंगलवार को नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में नवाबगंज और वजीरगंज विकासखंड के मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में भाग लेने पहुंचे बृजभूषण शरण सिंह ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें उनके बच्चों और कुछ अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री की ओर से मिलने का संदेश प्राप्त हुआ था।

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “हमने पहले ही यह निर्णय ले रखा था, जब तक मुख्यमंत्री स्वयं बुलाएंगे नहीं, तब तक उनसे मिलने नहीं जाएंगे।” पूर्व सांसद का कहना था कि इस मुलाकात में किसी भी राजनीतिक विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई। मुख्यमंत्री योगी से उनका दशकों पुराना संबंध है और इस मुलाकात को केवल एक पारिवारिक बातचीत के रूप में देखा जाना चाहिए। 

बृजभूषण शरण सिंह ने यह भी बताया कि उनके और मुख्यमंत्री के बीच जो आपसी गिले-शिकवे थे, वे इस बातचीत के दौरान समाप्त हो गए। जनवरी 2023 में उत्पन्न परिस्थितियों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि उस समय से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई थी।

उन्होंने कहा,‘‘उस समय मुख्यमंत्री का गोंडा में एक कार्यक्रम (बृजभूषण सिंह के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में) प्रस्तावित था, जो किसी कारणवश रद्द हो गया। उसी समय हमने एक अधिकारी से यह कहा था कि अब मैं तब तक मुख्यमंत्री से नहीं मिलूंगा, जब तक उनकी ओर से मिलने का आमंत्रण नहीं मिलेगा।’’ 

पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि योगी से उनकी सोमवार को उनके आवास पर करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सवाल किया कि उनको सनातन धर्म और मनु स्मृति से इतनी नफरत क्यों है? उन्होंने राहुल गांधी को नंदिनी नगर में प्रस्तावित धार्मिक आयोजन में शामिल होने का न्योता देते हुए सनातन पर चर्चा की चुनौती भी दी। 

पूर्व भाजपा सांसद ने कहा, “हमारे नंदिनी नगर (अयोध्या) में आइए, एक हफ्ते रहिए। मेरा दावा है कि यहां से हम आपको (राहुल गांधी) सनातनी बनाकर ही भेजेंगे।” उन्होंने कहा कि आगले साल दो से सात जनवरी तक नंदिनी नगर में सतगुरु रितेश्वर महाराज की कथा आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रतिदिन एक लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है।  

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