संभल : हर तरफ कांवड़ियों का रेला, जयकारों से गूंजा संभल

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
On

शिवरात्रि से एक दिन पहले शिवमय हुआ पूरा जिला, बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं ने भी उठाई कांवड़

संभल, अमृत विचार: सावन मास की शिवरात्रि से एक दिन पहले मंगलवार को संभल जनपद में कांवड़िया उमड़ पड़े। कांवड़ियों के जत्थे बम बम भोलेनाथ के जयकारे लगाते और भगवान शिव के भजनों पर नाचते गाते दिखाई दिए। कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासनअलर्ट मोड पर रहा।

संभल जनपद में शिव भक्त अधिकांश शिव तेरस के दिन ही जलाभिषेक करते हैं। इसके चलते मंगलवार सुबह से ही हरिद्वार व ब्रजघाट से कांवड़ियों के वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो गया। हरिद्वार से कावड़ लेकर आने वाले कांवड़िया संभल जोया मार्ग से शहर की सीमा में प्रवेश कर रहे थे। हालात यह थे कि पूरा रास्ता कावड़ियों से पटा नजर आ रहा था। नौजवान ही नहीं तमाम बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं भी कांवड़ धारण कर आगे बढ़ते नजर आ रहे थे। कांवड़ियों के आना सुबह से देर रात तक चलता रहा। बदायूं व अलीगढ़ के कांवड़िया भी संभल से होकर गुजरते रहे। इसके अलावा ब्रजघाट से कांवड़ लेकर आने वाले शिवभक्तों के जत्थे संभल गजरौला मार्ग पर नजर आये। कुछ कांवड़िये कंधे पर परपंरागत कांवड़ धारण किये थे तो कुछ गंगाजल के कलश वाली कांवड़ लेकर आगे बढ़ रहे थे। कई कांवड़िया 40 और 50 लीटर जल वाली कांवड कंधों पर उठाकर आगे बढ़ते दिखाई दिये।

कांवड़ियों की सेवा में लगे रहे लोग
कांवड़ियों की सेवा के लिए जगह-जगह शिविर लगाए गए थे। कहीं कांवड़ियों के लिए फलाहार की व्यवस्था थी तो कहीं भोजन का प्रबंध किया गया था। कुछ लोग कांवड़ियों के पैर दबाते नजर आ रहे थे। छंगामल कोठी के निकट कई जगह कांवड़ियों की सेवा स्वागत और उनके भोजन नाश्ते का प्रबंध किया गया था। इसके बाद शंकर कॉलेज चौराहा, सूर्यकुंड मंदिर, हल्लू सराय तिराहा, लाडम सराय, पातालेश्वर महादेव मंदिर सहित तमाम जगहों पर श्रद्धालु कांवड़ियों को हाथ जोड़कर रोककर उनकी सेवा कर रहे थे।

शंकर कॉलेज चौराहा व चंदौसी चौराहा पर हुई महाआरती
हरिद्वार से कावड़ लाने के बाद तमाम कांवड़िये अपने गांव मोहल्ले में जा पहुंचे तो संभल में परंपरागत रूप से शंकर कॉलेज चौराहा और चंदौसी चौराहा पर भगवान शिव की महाआरती के कार्यक्रम आयोजित किए गए। महाआरती में बड़ी संख्या में शहर के लोग भी शामिल हुए। तेज स्वर में आरती के बाद भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाए गए।

कांवड़ियों की सुरक्षा को अलर्ट रही पुलिस
पुलिस और पीएसी ने सुरक्षा के साथ ही यातायात प्रबंधन का काम भी संभाला। संभल में हल्लू सराय तिराहा से आगे ई रिक्शा व अन्य बड़े वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। शंकर कालेज चौराहा से छंगामल कोठी और रायसत्ती पुलिस चौकी वाले रास्ते से होकर कांवड़िये आ रहे थे इसलिए इस पूरे रास्ते पर भी ई रिक्शा और अन्य वाहन प्रतिबंधित कर दिये गये थे। जब कांवड़ियों का जत्था आता तो चौराहों पर तैनात पुलिस व पीएसी के जवान बाकी यातायात रोककर कांवड़ियों को सुरक्षित निकलवाने का काम करते थे।

ये भी पढ़ें - संभल : हक को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने उठाई आवाज

संबंधित समाचार