नाग पंचमी 2025 : शिवजी को चढ़ाएं नाग नागिन का जोड़ा, कालसर्प दोष के निवारण के लिए यह है विशेष पूजा

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Published By Vinay Shukla
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NagPanchami Kal Sarp Dosh upaay:  नाग पंचमी का पर्व सावन की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा करने से सर्पदंश का भय समाप्त हो जाता है और घर परिवार में सुख-समृद्धि की कामना होती है। नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष के निवारण के लिए भी पूजा की जाती है।

शिवजी को चढ़ाएं नाग नागिन का जोड़ा : पंडित विघ्नेश दुबे शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष नाग पंचमी 28 जुलाई रात 11:24 मिनट से शुरू होगी और 30 जुलाई सुबह 12:46 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के कारण 29 जुलाई के दिन नाग पंचमी कापर्व मनाया जाएगा। शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 मिनट से 8:23 मिनट तक रहेगा। नाग पंचमी के दिन शिवजी को नाग नागिन का जोड़ा चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने और विशेष अनुष्ठान करने से इस दोष से मुक्ति मिलती है या व्यक्ति को इससे राहत मिलती है।

पंडित शास्त्री

कालसर्प योग दोष की शांति : पंडित विघ्नेश दुबे शास्त्री ने बताया कि जिन जातकों के जन्मकुंडली में कालसर्प योग दोष विद्यमान होता है, वे आगे नहीं बढ़ पाते हैं और रोज की लाइफ में तमाम प्रकार की समस्याओं से घिरे रहते हैं। ऐसे लोगों को कालसर्प योग दोष शांति करवानी चाहिए। इसके लिए आप किसी योग्य पंडित से कालसर्प दोष पूजा के लिए राहु-केतू का हवन करा सकते हैं।

कालसर्प दोष से बचने के उपाय : शास्त्री ने बताया कालसर्प दोष से बचने के लिए भगवान शिव की रोज पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा लहसुनिया और गौमेद रत्न पहनने से भी इस दोष से बचा जा सकता है। विशेष रूप से त्र्यंबकेश्वर, नासिक, उज्जैन और हरिद्वार जैसे पवित्र स्थानों पर कालसर्प दोष की पूजा की जाती है, जिसमें भगवान शिव, राहु-केतु और नवग्रहों की विशेष पूजा की जाती है।

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