मुस्लिम ही नहीं ईसाई मिशनरियां भी धर्मांतरण में जुटी, पूरे प्रदेश में गिरोह सक्रिय, नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस
बलरामपुर, आगरा ही नहीं कुशीनगर, अंबेडकरनगर, सिद्धार्थनगर व मिर्जापुर तक फैली धर्मांतरण की जड़ें
लखनऊ, अमृत विचार : जुलाई की शुरूआत में ही बलरामपुर के छांगुर बाबा के बड़े धर्मांतरण गिरोह का खुलासा हुआ। इसके कुछ दिन बाद ही अब्दुल रहमान के आगरा गिरोह का पर्दाफाश हो गया। इन दोनों मामलों में 20 से अधिक आरोपियों को पुलिस, एसटीएफ और एटीएस ने जेल भेजा। पर, सच तो यह है कि इस तरह के गिरोह प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय है। इसी तरह का ताजा मामला कुशीनगर के पडरौना थाने का है। जहां एक युवती को धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा रविवार को पुलिस ने किया। धर्मांतरण के मामले में मुस्लिम गिरोह ही नहीं बल्कि ईसाई मिशनरी भी शामिल है।
प्रदेश में धर्मांतरण की लहर चली हुई है। मुस्लिम ही नहीं ईसाई मिशनरियां भी इस काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। कुछ दिन पहले अंबेडकरनगर जिले में के रतनपुर गांव में गरीब महिला को लालच देकर धर्मांतरण कराया गया। इस मामले में अकबरपुर थाने की पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए चर्च के पादरी प्रमोद कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अल फारूख इंटर कॉलेज के प्रबंधक धर्मांतरण में गिरफ्तार सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज कस्बे के अखंड प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अल फारूख इंटर कॉलेज के प्रबंधक पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। अखंड प्रताप ने कहा- 2020-21 में बेरोजगारी के चलते मैं अल फारूक इंटर कालेज के प्रबंधक से क्लर्क की नौकरी के लिए मिला। जहां एक सप्ताह बाद मुझे ऑफिस में बुलाकर 100 रुपये के सादे स्टाम्प पेपर पर एग्रीमेंट की बात कहकर दस्तखत कराये गए। फिर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया जाने लगा। किसी विदेशी मौलाना से भी बात कराई गई। उसने इस्लाम धर्म अपनाने पर 20 लाख देने का प्रलोभन दिया। धर्म नहीं बदला तो प्रबंधक शब्बीर अहमद स्टाम्प पेपर दिखाकर दबाव बनाने लगे। पीड़ित ने इटवा थाने में तहरीर दी, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शब्बीर अहमद को गिरफ्तार किया।
यीशु दरबार के नाम पर चल रहे धर्मांतरण गिरोह का खुलासा
मिर्जापुर में भी धर्म परिवर्तन कराने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। विंध्यांचल थाना क्षेत्र निवासी विनय प्रताप सिंह ने बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन करने के संबंध में पुलिस से शिकायत की थी। मामले में कार्रवाई करते हुए यीशु दरबार के नाम पर चल रहे धर्म परिवर्तन के गिरोह का खुलासा हुआ। इसमें केरल के विजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। वह खुद को ट्रस्टी व चर्च का फादर बताता था। विजय धन, नौकरी व स्वास्थ्य का लालच देकर धर्मांतरण करा रहा था।
प्रतापगढ़ में धर्मांतरण के आठ आरोपी गिरफ्तार
प्रतापगढ़ के जेठवारा के काछा गांव में धर्मांतरण मामले में पुलिस ने ''चंगाई सभा'' पर छापेमारी कर आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 7 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं। मनीष दुबे की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। पिछले छह महीने से गांव में झाड़-फूंक के नाम पर ''चंगाई सभा'' का आयोजन किया जा रहा था। इस दौरान लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता था। पुलिस ने मौके से धार्मिक पुस्तकें, पोस्टर और यीशु की तस्वीरें भी बरामद की हैं।
कुशीनगर में तीन दिन में दो गिरोह का किया खुलासा
कुशीनगर में धर्मांतरण गिरोह के मामले में तीन दिन के अंदर दो बड़े गिरोह का खुलासा किया। इस दौरान छह किशोरियों समेत सात को सकुशल बरामद किया। वहीं 13 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसपी संतोष कुमार मिश्रा के मुताबिक दोनों गिरोहों में एक रामकोला और दूसरा पडरौना से ताल्लुक रखता है। गिरफ्तार किए गए रामकोला गिरोह के आरोपियों में नेबुआ नौरंगिया का शमशाद, रामकोला के टेकुआटार पकड़ी पुरवा का अरमान अली, अरबाज, रामबर बुजुर्ग की जैरुनिशा और बेलवा रामजस कसया का इकरामुल हक शामिल है।
वहीं पडरौना गिरोह में सरगना जंगल जगदीशपुर विशुनपट्टी का तौफिक अंसारी, आशिक अंसारी, आशिक अंसारी का बेटा इम्तियाज, नोनिया पट्टी का मो. साहब, बड़हरागंज का जीशान कमर, साकिन नगरी का मजहर, नेबुआ नौरंगिया स्थित साकिन चखनी भोज की फातिमा और उसकी बेटी कैसर जहां शामिल हैं। इसके अलावा कई स्थानों से ईसाई मिशनरियों के सक्रिय होने की भी सूचना है। जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
