Dangal 2025 : नाग पंचमी पर दंगल में गूंजा "जय बजरंगबली" और "या अली", मिट्टी के अखाड़े में दिखी गंगा-जमुनी तहज़ीब
लखनऊ, अमृत विचार : चौक क्षेत्र के बाग महानारायण में मंगलवार को नाग पंचमी के मौके पर एक अनोखा दंगल देखने को मिला। गोमती पहलवान अखाड़े के 56वें वार्षिक महोत्सव के अवसर पर हुए इस सांप्रदायिक सौहार्द दंगल में पहलवानों ने एक-दूसरे को पटखनी देने से पहले “जय बजरंगबली” और “या अली” का उद्घोष किया।
दंगल में पारंपरिक मिट्टी के मुकाबलों के साथ-साथ सुंदरकांड पाठ भी आयोजित हुआ। उपस्थित दर्शक कमर ढाक, धोबी पाट और चपरास जैसे पुराने देसी दांव देखकर रोमांचित हो उठे। ओलिंपिक संघ कोषाध्यक्ष व राष्ट्रीय खिलाड़ी डॉ. सैयद रफ्त जुबेर रिजवी ने पहलवानों से हाथ मिलवाकर दंगल का शुभारंभ किया। आयोजन के सूत्रधार पार्षद अनुराग मिश्रा ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य पारंपरिक कुश्ती को जीवित रखना और युवाओं को खेल से जोड़ना है।

कुल 62 पहलवानों ने भाग लिया, जिनमें चौक, बालागंज, काकोरी, मड़ियांव जैसे क्षेत्रों के खिलाड़ी शामिल थे। विजेताओं को ₹1100 और उपविजेताओं को ₹500 का नकद इनाम दिया गया। मुकाबलों में पंडित नागेश्वर अवस्थी, गुरु ओंकार सिंह, बलदेव राज चोपड़ा व अन्य वरिष्ठ उस्तादों के नाम पर ट्रॉफी वितरित की गई। इस अवसर पर अनेक सामाजिक संगठनों, वरिष्ठ पहलवानों और खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया। गोपाल साहू, एनके शर्मा, सुनीत कपूर समेत कई गणमान्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे। आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन केवल एक खेल नहीं, बल्कि गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल है, जो लोगों को एकता और परंपरा से जोड़ता है।

मिट्टी में लड़े महारथी, ताल ठोक पहलवानों ने दिखाया दम
नागपंचमी के पावन अवसर पर सुशांत गोल्फ सिटी स्थित सरसवां गांव में आयोजित ऐतिहासिक दंगल में पहलवानों ने जोर आजमाइश कर मल्लयुद्ध की परंपरा को जीवंत किया। इस दंगल की परंपरा करीब 70 वर्षों से चली आ रही है। मंगलवार को हुए इस आयोजन में गोरखपुर, बनारस, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली सहित कई जिलों से आए पहलवानों ने अखाड़े में शानदार प्रदर्शन किया।

सौरभ (गोरखपुर) ने उन्नाव के दिलीप को और कानपुर के पंकज ने अपने प्रतिद्वंदी को पराजित कर विजय का परचम लहराया। कुश्ती के हर मुकाबले में दर्शकों की तालियों और जयकारों से माहौल गूंज उठा। दंगल के विजेताओं को ठाकुर उदय सिंह चौहान द्वारा नकद पुरस्कार और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जवाहर सिंह, पन्ना सिंह, अभिमन्यु सिंह, राकेश सिंह जैसे क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तित्वों सहित सैकड़ों की संख्या में कुश्ती प्रेमी उपस्थित रहे। दंगल के आयोजन ने गांव को एक बार फिर सांस्कृतिक उत्सव में बदल दिया।
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