गलत जानकारी देने वाले चालक और मालिक पर दर्ज होगी FIR, प्रोजेक्ट सेफ राइड सत्यापन का काम शुरू, दस्तावेजों की होगी गहन जांच

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Published By Muskan Dixit
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हत्या, लूट, दुष्कर्म, छेड़छाड़ व मारपीट की कई घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम

लखनऊ, अमृत विचार: प्रोजेक्ट सेफ राइड में सत्यापन व पंजीकरण का काम शुरू हो गया है। पुलिस कमिश्नरेट ने यह विशेष अभियान राजधानी में हुए हत्या, लूटपाट, दुष्कर्म, छेड़छाड़ व मारपीट जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए शुरू किया है। डीसीपी यातायात व अपराध कमलेश दीक्षित के मुताबिक ऑटो, ई-रिक्शा व टेंपो चालक व मालिकों को वेबसाइट http://lucknowpolice.up.gov.in/erickshaw पर पंजीकरण कराना होगा।

पंजीकरण के दौरान ऑटो, ई-रिक्शा व टेंपो चालकों व मालिकों को सारे दस्तावेज लगाने होंगे। अगर दस्तावेज और सूचना पुलिस की जांच में गलत पायी गई तो चालक व मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। फर्जीवाड़ा करने के मामले में जेल भी जाना पड़ेगा। पंजीकरण 31 अगस्त तक कराया जाना अनिवार्य है। 1 सितंबर से बिना क्यूआर कोड के कोई चालक सवारी वाहन नहीं चल सकेगा।

कई अपराधों में मुख्य आरोपी रहे चालक

ऑटो, टेंपो व ई-रिक्शा चालक बनकर 60 से अधिक अपराधी घूम रहे हैं। इन आरोपी चालकों ने 55 से अधिक वारदात को अंजाम दिया है। चाहे वह नाका में 24 जुलाई को गोरखपुर के रायगंज निवासी कास्मेटिक कारोबारी नवीन कुमार यादव की लूटपाट के बाद हत्या का मामला हो या 19 मार्च को आलमबाग में युवती को अगवा कर मलिहाबाद में सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला। इस मामले में भले ही पुलिस ने आरोपी अजय कुमार को मुठभेड़ में मार गिराया। पर, सच यह है कि इस तरह के कई अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। हुसैनगंज से विभूतिखंड ट्यूशन पढ़ाने के लिए निकली शिक्षिका का अक्तूबर 2024 में आटो चालक ने कठौता झील के पास से अपहरण कर लिया था। फिनिक्स प्लासियो के पास उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले में बहराइच नानपारा के रहने वाले ऑटो चालक इमरान को मुठभेड़ में पैर पर गोली लगी थी।

यह है चिह्नित चौराहे

आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले ऑटो चालकों का गिरोह पालीटेक्निक चौराहा, मुंशीपुलिया,टेढ़ी पुलिया, कमता, मटियारी, आलमबाग बस अड्डा, अवध चौराहा, दुबग्गा, मोहनलालगंज, चारबाग बस अड्डा, चारबाग रेलवे स्टेशन, तेलीबाग चौराहा, हुसड़िया चौराहे, बाराबिरवा चौराहा, ट्रांसपोर्टनगर, दुबग्गा चौराहे पर सक्रिय रहता है। राजधानी में हुए अपराध में ज्यादातर चालक इन्हीं चौराहों से सवारी लेकर निकले थे।

पुरानी घटनाएं

- 24 जुलाई गोरखपुर के रायगंज निवासी नवीन यादव से लूटपाट के बाद हत्या।

- 19 मार्च आलमबाग से महिला का अपहरण कर मलिहाबाद में दुष्कर्म के बाद हत्या ।

- 15 फरवरी आलमबाग में आटो सवार बदमाशों ने बिजनौर रोड रायल सिटी में रहने वाली किरन मिश्रा की चेन लूटी।

- 20 मई चारबाग से मवैया जाते समय ई-रिक्शा सवार सवार अधेड़ से बदमाशों ने रुपये लूटे।

- 03 जून चारबाग दुर्गापुरी स्टेशन के पास बाराबंकी के रहने वाले छंगा को पीटकर बदमाशों ने छह हजार रुपये लूटे।

- 24 अक्टूबर 2024 को रायबरेली रोड पर इलाके में ऑटो सवार बदमाशों ने असिस्टेंट प्रोफेसर को पीटने के बाद चेन और नकदी लूटी।

- 19 सितंबर 2024 को दुबग्गा में सीतापुर बाईपास के पास ई-रिक्शा सवार महिला टप्पेबाजों ने ढाई लाख रुपयों से भरा बैग लूट लिया।

- 08 अगस्त 2024 को चिनहट शिवपुरी में ऑटो सवार बदमाशों ने अल्पसंख्यक विभाग के कर्मचारी को असलहा लगाकर लूटा।

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