लखनऊ : सरकार गिराकर शरिया कानून लागू कराने की साजिश, दो गिरफ्तार

Amrit Vichar Network
Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। भारत की निर्वाचित सरकार को गिराकर शरिया कानून लागू कराने की साजिश रचने वाले दो आरोपियों को एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि दोनों सोशल मीडिया ग्रुप ‘रिवाइविंग इस्लाम’ चलाते है। इस ग्रुप में तीन एडमिन समेत कुछ 400 पाकिस्तानी सदस्य हें। ग्रुप में यूपी के अमरोहा का एक युवक भी शामिल है। इस ग्रुप के जरिये गजवा-ए-हिंद की मुहिम चला रहे थे।

एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों में अमरोहा के नौगावा सादात स्थित देहरा निवासी अजमल अली और महाराष्ट्र के थाणे स्थित बदलापुर निकट दरगाह का डॉ. उसामा माज शेख शामिल है। अधिकारियों के मुताबिक देश विरोधी तत्वों पर लगातार निगरानी की जा रही है। इसी क्रम में एक व्हाट्सएप ग्रुप ‘रिवाइविंग इस्लाम’ की जानकारी मिली। जिसके तीन एडमिन समेत 400 पाकिस्तानी सदस्य हें। इस ग्रुप में एक नंबर उत्तर प्रदेश के अमरोहा के देहरा निवासी अजमल अली का मिला। जो सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये देश विरोधी व गैर मुस्लिम धर्म के व्यक्तियों के प्रति कट्टरपंथी विचारधार को प्रचारित कर रहा है। संदेह होने पर उसे एटीएस मुख्यालय पूछताछ के लिए बुलाया गया। उसने अपना अपराध कुबूल किया।

कई सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े है पाकिस्तानी

एटीएस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में अजमल ने कई जानकारी दी। अजमल ने एटीएस को बताया कि ‘रिवाइविंग इस्लाम’ के अलावा भी कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पाकिस्तानियों से संपर्क में था। एक इंस्टाग्राम आईडी भी है। जिसका संचालन महाराष्ट्र के थाणे स्थित बदलापुर निवासी डॉ. उसामा माज शेख करता है। डॉ. उसामा को अजमल अपना मेंटोर मानता है। उसामा के इंस्टाग्राम व सिगनल ऐप के माध्यम से देश विरोधी बाते होती थी। भारत में चुनी हुई सरकार गिराकर शरिया कानून लागू करने की बात पर ज्यादा बल दिया जाता था। इस मामले में एटीएस ने रिपोर्ट दर्ज किया है। एटीएस महाराष्ट्र के सहयोग से डॉ. उसामा को गिरफ्तार किया गया है।

सरकार गिराने की रच रहे थे साजिश

एटीएस अधिकारियों के मुताबिक दोनों आरोपियों के सोशल मीडिया प्लेटफार्म की शुरूआती जांच में यह सामने आया कि देश की सरकार को गिराने की साजिश रच रहे थे। इसके लिए पाकिस्तानी लोगों के संपर्क में थे। हिंसात्मक जिहाद के जरिये भारत में गजवा-ए-हिंद के सपने को साकार करने में जुटे थे। दोनों आरोपियों ने गैर मुस्लिम युवकों को भड़काने के लिए भी कई पोस्ट डाले हैं। इन युवकों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते थे। एटीएस के अधिकारी के मुताबिक पूरे गिरोह के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है।

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