बरेली में ब्रेनवॉश कर धर्मपरिवर्तन का खेल, भगोड़े जाकिर नाईक से क्या है गिरफ्तार चार आरोपियों का कनेक्शन ?
बरेली, अमृत विचार। भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर धर्मपरिवर्तन करवाने वाले छांगुर बाबा गैंग का शोर अभी थमा नहीं था, कि उसी तर्ज पर बरेली में एक बड़े गैंग का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया। गिरोह के चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिनके पकड़े जाने के बाद पुलिस भी हैरान रह गई। बाकयदा गिरोहबंद तरीके से अवैध धर्मांतरण का खेल चल रहा था। मुस्लिम लड़कियों से शादी कराने जैसे लालच देकर ये लोग धर्म परिवर्तन करा रहे थे। गिरोह के तार भगोड़े जाकिर नाईक से भी जुड़ते दिख रहे हैं।
लोगों का ब्रेनवॉश कर अपने जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह का सरगना अब्दुल मजीद निवासी ग्राम फैजनगर थाना भुता, बरेली बताया जा रहा है। जिस समेत पुलिस ने ग्राम करेली थाना सुभाषनगर के रहने वाले सलमान और आरिफ के अलावा सैदपुर चुन्नी थाना भोजीपुरा के रहने वाले मोहम्मद फईम को भी गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान इनके पास से ब्रेनवॉश में इस्तेमाल होने वाला साहित्य समेत, सीडी, पासपोर्ट आदि मिला। जाकिर नाईक का भाषण दिखाकर ब्रेनवॉश कराया जाता था।
प्रभात की होने वाली थी खतना, ऐसे खुला राज
दरअसल अलीगढ़ की रहने वाली अखिलेश कुमारी नाम की महिला ने थाना भुता में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके दृष्टिबाधित बेटे प्रभात को कुछ लोग शादी का लालच देकर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं। महिला की निशानदेही पर पुलिस भुता स्थित फैजनगर के एक मदरसे में पहुंची। जहां चार से पांच लोग पहले से ही प्रभात को घेरकर उनका खतना कराने की तैयारी थी। पुलिस ने फौरी तौर से प्रभात को उनके चंगुल से छुड़ाया गया। प्रभात का धर्म परिवर्तन कर उनका नाम हामिद रख दिया गया था।
मां और भाई-बहन का ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण
पुलिस को पता चला कि मामला महज प्रभात के धर्मपरिवर्तन तक सीमित नहीं था। पुलिस को मौके से बृजपाल साहू नाम के शख्स का धर्मांतरण प्रमाण पत्र बरामद हुआ। न सिर्फ बृजपाल को धर्मपरिवर्तन कर अब्दुल्ला बना दिया गया बल्कि उनकी मां ऊषा रानी को अमीना बना दिया गया। जबकि बहन राजकुमारी की एक मुस्लिम शख्स से शादी कर आयशा नाम रख दिया गया है। एक अन्य मामले में नाबालिग लड़के का भी धर्म परिवर्तन कराने कोशिश की गई थी। जिसका भी खतना कराना चाहते थे मगर कामयाब नहीं हुए।
धर्मांतरण की फंडिंग करने वालों की तलाश
सबसे बड़ा खुलासा गिरोह के सरगना अब्दुल मजीद को लेकर पुलिस ने किया। अब्दुल मजीद के बैंक पांच बैंक खाते चला रहा था। जिसमें तीन उसके नाम से व दो पत्नी के नाम से चल रहे थे।इन खातों में दो हजार से ज्यादा लेनदेन होने के साथ 13 लाख रुपये जमा हैं। जबकि सलमान के नाम पर 12 खाते चल रहे थे। कोई खास आय का जरिया नहीं होने के चलते पुलिस मानकर चल रही है कि धर्मांतरण के इस खेल में बड़े पैमाने पर अवैध फंडिग की जा रही थी।
देश के कोने-कोने में मजीद का नेटवर्क
अब्दुल मजीद की यात्राओं का विवरण भी पुलिस ने निकाला। जिसके मुताबिक उसने देश के एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में यात्रा की। जिनमें गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, केरल कर्नाटक, पुदुचेरी, आंध्र प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं। पुलिस अंदाजा लगा रही है कि धर्मांतरण गिरोह के तार भारत के बाहर व दूसरे राज्यों में भी जुड़े हो सकते हैं। क्राउड फंडिंग के लिए मजीद ने देश भर में यात्राएं कीं।
फरार महमूद बेग की तलाश जारी
एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार चार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जा रहा है। इसके अलावा रहपुरा चौधरी का रहने वाला महमूद बेग फरार है। जिसकी तलाश में भी टीमों को लगाया गया है। जिसको भी जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
