खतरे के निशान से ऊपर बाह रही घाघरा, लगातार खराब मौसम के चलते बाढ़ की आशंका ने बढ़ाई मुश्किलें
गोंडा, अमृत विचार : बरसाती मौसम की मार झेल रहे गोंडा और आसपास के इलाके में घाघरा नदी ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है। लगातार बारिश और बैराजों से बढ़ा डिस्चार्ज सोमवार को नदी को उफान पर ले आया। केंद्रीय जल आयोग, एल्गिन ब्रिज के मुताबिक सोमवार सायं 4 बजे नदी का जलस्तर 106.360 मीटर दर्ज हुआ। यह खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर है। रविवार तक गिरजा, शारदा और सरयू बैराजों से जहां पौने तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, वहीं सोमवार को यह बढ़कर तीन लाख 21 हजार क्यूसेक हो गया।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन और बाढ़ खंड अलर्ट हो गए हैं। मांझा क्षेत्र के बांधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। तहसील प्रशासन ने राजस्वकर्मियों और बाढ़ चौकियों को चौकस रहने के निर्देश दिए हैं। मांझा इलाके के ग्रामीण बताते हैं कि उनके लिए हर साल का यह मंजर अब आम हो गया है।
खतरे के बावजूद वे अपनी दिनचर्या जारी रखते हैं। वहीं बाढ़ खंड के एई पंकज आर्या ने कहा कि फिलहाल नदी में पानी जरूर बढ़ा है, लेकिन यह सामान्य तरीके से बहकर निकल जाएगा। अभी बाहर पानी आने का खतरा नहीं है। करनैलगंज एसडीएम जितेंद्र गौतम ने बताया कि बाढ़ से जुड़े सभी कर्मियों को सतर्क कर दिया गया है। किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।
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