लखीमपुर खीरी : 24 घंटे बाद भी केस दर्ज नहीं, कांग्रेसियों ने गांधी प्रतिमा पर दिया धरना
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ अभद्र टिप्पणी से नाराज भाजपा का झंडा लेकर और पटका पहने महिलाओं द्वारा कांग्रेस जिला कार्यालय में की गई तोड़फोड़ और कार्यालय प्रभारी से मारपीट के मामले में पुलिस ने 24 घंटे बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। इससे नाराज कांग्रेसियों ने जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल के नेतृत्व में कंपनी बाग स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने पुलिस संरक्षण में सुनियोजित तरीके से कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की।
जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध का अर्थ हमला, तोड़फोड़ और महापुरुषों के चित्रों का अपमान करना नहीं हो सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और इससे स्पष्ट है कि भाजपा पुलिस को अपना नौकर समझ रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रवि तिवारी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा भाषाई मर्यादा का पालन करती है, लेकिन भाजपा ने अनैतिक और नकारात्मक राजनीति का परिचय दिया है। यह सब भाजपा की कुंठा और असुरक्षा भाव का नतीजा है। जिला प्रवक्ता रवि तिवारी ने प्रशासन से मांग की कि तोड़फोड़ में शामिल भाजपा महिला नेताओं व पदाधिकारियों—उमा राज, पारुल गुप्ता, कीर्ति महेश्वरी, रश्मि गुप्ता, नीलम शुक्ला, रेनू त्रिपाठी, अंजू साहनी, सीमा वर्मा, प्रतिमा सिंह, मंजू लता श्रीवास्तव, संतोष कुमारी, प्रियंका साहनी, आशीष गुप्ता आदि—के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाए।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी पूरे जिले में धरना-प्रदर्शन और चक्का जाम करने को बाध्य होगी। धरने को संबोधित करने वालों में मोहन चंद्र उप्रेती, डॉ. रवि शंकर त्रिवेदी, कैप्टन मोनिस अली नकवी, शिव सहाय सिंह, रामकुमार मिश्र और रियाज अहमद मोनू आदि शामिल रहे।
