अयोध्या: जेसीबी देख भड़के व्यापारी, हंगामा देख वापस लौटी सेतु निगम की टीम, जानें मामला

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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अमृत विचार, अयोध्या। अभी रामपथ चौड़ीकरण को लेकर व्यापारियों का आक्रोश ठंडा भी नहीं पड़ा था कि सोमवार को लालबाग जीआईसी ओवरब्रिज निर्माण को लेकर नजूल भूमि पर कब्जे को हटाने के लिए उत्तर प्रदेश सेतु निगम की टीम देर शाम को फतेहगंज चौराहा के आसपास पहुंची। जेसीबी देख स्थानीय व्यापारी भड़क उठे। 

मुआवजे को लेकर व्यापारियों ने भारी विरोध किया। इसके चलते सेतु निगम के अधिकारियों को बिना कार्रवाई के बैरंग लौटना पड़ा। राजकीय इंटर कॉलेज के सामने से लालबाग रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर क्षत्रिय बोर्डिंग तक बनने वाले ओवरब्रिज को लेकर सेतु निगम ने एक बार फिर कार्यवाही शुरू कर दी है। सोमवार को सेतु निगम के अधिकारी जेसीबी लेकर देर शाम जब फतेहगंज पहुंचे तो आसपास के व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया।

हंगामा और भारी भीड़ के चलते सेतु निगम के अधिकारी लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराने में सफल तो रहे लेकिन नजूल की भूमि पर भवन बनवाकर रहने वाले या दुकान चलाने वाले लोगों को मकान खाली करने या खुद अतिक्रमण को तोड़ वाले की अपील कर वापस लौट गए। यह ओवरब्रिज लगभग 840 मीटर लंबा बनाया जाना है। 

लालबाग रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाले ओवरब्रिज के निर्माण की जद में फतेहगंज से लालबाग मार्ग पर 93 भवन प्रभावित हो रहे हैं। इसमें प्रभावित होने वालों को मुआवजे की धनराशि निर्धारित है। सेतु निगम के अवर अभियंता वीपी सिंह ने बताया कि ओवरब्रिज निर्माण में भवन की आयु के अनुसार मुआवजे की धनराशि निर्धारित है। 

अभी बहुत से प्रभावित लोगों ने अपने भूमि भवन के कागजात उपलब्ध नहीं कराए हैं। इसलिए वह लोग सभी से अपने-अपने भवन के अभिलेख देने के लिए कहने आए थे। प्रशासन का निर्देश है कि जो लोग नजूल की भूमि पर कब्जेदार हैं उनको तत्काल हटाया जाए। इसलिए उन्हें हटाए जाने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू की जाएगी।

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