अयोध्या : कर्बला के 72 शहीदों का ताबूत देख छलके आंसू, गूंजी या हुसैन की सदाएं
सोमवार रात निकला जुलूस, अजादारों ने दिया कर्बला के शहीदों को पुरसा
अयोध्या, अमृत विचार। माहे मोहर्रम चांद की 12 तारीख वक्फ मस्जिद हसन रजा खाँ से कर्बला के 72 शहीदों का ताबूत निकाला गया। 72 शहीदों का ताबूत देख अजादारों की आंखों से आंसू बरस पड़े। बेहद गमगीन माहौल में ताबूत का जुलूस देर रात खुर्दमहल स्थित दरगाह हजरत अब्बास पहुंचा। जहां मजलिस को मौला नदीम रजा जैदी ने खिताब किया।
72 शहीदों के ताबूत के जूलूस से पहले चौक की मस्जिद हसन रजा खां में एक मजलिस को खिताब मौलाना सादिक हसन ने खिताब किया। जिसमें उन्होंने इमाम हुसैन पर यजीद बादशाह द्वारा किया गए जुल्म और 3 दिन के भूखे प्यासे हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत को बयां किया। जिसे सुनकर लोगों की आंखों से आंसू जारी हो गए। इसके बाद 72 तीरों का ताबूत निकाला गया जो या हुसैन अलविदा या, हुसैन अलविदा की सदाओं के साथ आगे बढ़ा जो गुदरी बाजार होता हुआ और खुर्द महल हजरत अब्बास की दरगाह पर जाकर खत्म हुआ। जुलूस के बाद एक मसायबी तकरीर को मौलाना नदीम रजा जैदी ने खिताब किया। जिसे सुनकर अजादार गिरिया ओ जारी करने लगे। उसके बाद ताबूत को कमरख की दरगाह के परिसर में सुपुर्द - ए - खाक किया गया।
जुलूस में सभी अंजुमन के अलम, 6 माह के अली असगर का झूला, दुलदुल शामिल रहे। इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जुलूस में शुरू से लेकर अंत तक शहर कोतवाल अपने अमले के साथ मौजूद रहे। खुर्द महल दरगाह के बाहर मैदान में शरबत चाय, पानी और तबर्रुक की सबीलों का इंतजाम किया गया था। इस जुलूस में बड़ी संख्या में सैकड़ों की संख्या अजादार शामिल हुए और कर्बला के शहीदों को पुरसा दिया।
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