Cybercrime : इंटरनेट पर न आजमाएं किस्मत, साफ हो जाएगा खाता

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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गूगल पर उपलब्ध फोन नंबर पर कॉल करने पर हो रहे ठगी का शिकार, लालच में न आएं

मुरादाबाद, अमृत विचार। इन दिनों इंटरनेट पर ट्रेडिंग के उपहार छाए हुए हैं। टास्क पर दो-तीन गुना धनराशि रिटर्न के दावे हो रहे हैं। जीत-हार के दांव लगाने वाले ताश खेलना व अन्य कई तरह के टास्क हैं, जिन्हें पूरा कर कई गुना रकम कमाने का लालच दिया जा रहा है। इनमें दांव लगाने के चक्कर में कई खिलाड़ी असफल होकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। इधर, पिछले कुछ महीने से साइबर सेल में आने वाली ठगी की शिकायतों में सबसे अधिक ट्रेडिंग वाले ही मामले हैं। 

साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह कहते हैं कि साइबर क्राइम से बचने का तरीका जागरूकता ही है। बताया, ओलेक्स पर भी बहुत फ्रॉड हो रहे हैं। कई कॉल ऐसी आ जाती हैं, जिसमें लड़कियों की आवाज होती है और वह फोन पर बातचीत करते-करते उनसे दोस्ती करने का बहाना बनाकर फिर ब्लैकमेल करने लगती हैं और ऑनलाइन ठगी करती हैं। कभी-कभी ऐसे एप आ जाते हैं जिन्हें डाउनलोड करने पर मोबाइल का डाटा हैक हो जाता है और फिर संबंधित के खाते से रुपये गायब हो जाते हैं।

ट्रेडिंग के जरिए ठग अच्छे-अच्छे पढ़े-लिखे लोगों को फंसा रहे हैं। ये लोग शुरूआत में सरल एक दो टास्क देकर लोगों में विश्वास जगाते हैं और फिर फंसा लेने के बाद 15-20 टॉस्क खेलने की शर्त रख देते हैं। फंसे रुपये निकालने के चक्कर में संबंधित व्यक्ति यदि उन टास्क पर दांव लगाता है तो वह और अधिक फंसता जाता है, उसके खाते से पैसे निकलते जाते हैं। इस तरह के काफी मामले सामने आ रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना राजेश सिंह सुझाव देते हैं कि वित्तीय मामलों में इंटरनेट का प्रयोग कम करें तो बेहतर है।

पढ़े-लिखे लोग भी खाते से गवां रहे कमाई 
कटघर में गोविंदनगर गली नंबर-5 के सोहित कुमार वर्मा एक्सपोर्ट कंपनी में जॉब करते हैं। टेलीग्राम पर टॉस्क पूरा करने के चक्कर में इनके बैंक खाते से 2.57 लाख रुपये निकल गए हैं। इन्होंने बताया कि  टास्क पूरा करने के दौरान उनसे उनका बैंक खाता नंबर व यूपीआई नंबर मांगा गया था, जिसे उन्होंने संबंधित को दिया था। सत्यदीप शर्मा भौतिक विज्ञान से एमएससी हैं। कोविडकाल के बाद से घर पर वर्क फ्राम होम कर रहे थे। बताया घर पर खाली थे तो इंटरनेट पर मर्चेंट टास्क में सक्रिय हुए। इसमें उनके 64,200 रुपये फंस गए। अमेजन मॉल पर उन्हें 14 टास्क दिए गए। इन्होंने दो हजार रुपये से शुरू किया था। शुरूआत के टास्क में कुछ पैसे मिले भी लेकिन, फिर टास्क का एमाउंट बढ़ता गया। गेम वाले ने शर्त लगा दी कि सभी टास्क खेलने पर ही पैसे मिलेंगे। इस तरह उनके 1.10 लाख रुपये अमेजन मॉल पर फंसे हैं। 

सत्यदीप शर्मा ने बताया कि इंटरनेट ट्रेडिंग में बहुत ठगी हो रही है। कुछ दिन पहले साइबर थाने पर गए थे तो देखा था वहां 15-15 लाख रुपये गंवाने वाले कई लोग प्रार्थना पत्र लिए खड़े थे। वैसे देखने में आ रहा है ऑनलाइन ट्रेडिंग में दो-तीन गुना रिटर्न देने के बहाने व्यापक स्तर पर ठगी हो रही है। इसमें काफी संख्या में लोग फंसकर शिकार भी हो रहे हैं। मझोला में बैंक कॉलोनी के शिवांग शेखर के भी इसी चक्कर में 1.70 लाख रुपये चले गए हैं। पुलिस लाइन के दीपक रावत के खाते से 1.78 लाख रुपये साफ हो गए हैं। मैनाठेर के महमूदपुर माफी के रहने वाले विनोद कुमार के एक लाख रुपये निकल गए हैं। नागफनी के गोकुल दास कॉलेज के पास मुफ्ती टोला के अयाज के 99,000 रुपये चले गए हैं।

गूगल के फोन नंबर पर न करें भरोसा
साइबर सेल के प्रभारी ऋतिक पाठक का सुझाव है कि गूगल से कोई भी नंबर न उठाए और न ही उस पर फोन कर अपनी जरूरत पूरा करने का प्रयास करें, अन्यथा आपके बैंक खाते से रुपये चोरी हो जाएंगे। उन्होंने कहा, इस तरह के मामलों की संख्या बढ़ रही है। देखा जाता है कि बाहर घूमने जाने वाले या अन्य लोग धर्मशाला-होटल बुकिंग के चक्कर में भी गूगल पर सर्च कर फोन नंबर तलाशते हैं और उन नंबरों पर कॉल कर ठगी का शिकार हो जा रहे हैं। दूसरा सुझाव ऋतिक पाठक का है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम व अन्य माध्यम से इंटरनेट पर ट्रेडिंग का प्रचार हो रहा है, लोग उस जाल में फंसकर बैंक में जमा अपनी मेहनत की कमाई को गंवा रहे हैं।

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