प्रयागराज: आज से शुरू हो चुका वैलेंटाइन वीक, पहला दिन गुलाब को समर्पित, मुगलकाल में रखी गई थी नींव!

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Published By Sachin Sharma
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रंग बिरंगे गुलाब से सजा बाजार, हर गुलाब के अलग हैं मायने और कीमत

मिथलेश त्रिपाठी, प्रयागराज। जनवरी महीने के बीतते ही कपल्स को फरवरी महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है। यह महीना दो प्यार करने वालों के लिए बहुत खास होता है। देखा जाये तो प्यार के लिए कोई दिन खास नही होता है, मगर फ़रवरी का महीना आते ही कपल्स वैलेंटाइन मनाने के लिए तैयारी करने लगते हैं। सात दिनों तक मनाया जाने वाला यह वैलेंटाइन डे कपल्स के लिए पूरे सप्ताह खास होता है। 

बुधवार 7 फरवरी की सुबह रोज डे शुरु हुयी। इसके साथ इस रोमांटिक सप्ताह की शुरुआत हो गयी है। रोज डे का दिन एक-दूसरे को "रोज" देकर अपने अंदर की भावना, प्रेम को दर्शाने के लिए होता है। जरूरी नही कि इस दिन केवल कपल्स एक दूसरे को रोज दे, बल्कि दोस्त भी एक-दूसरे को रोज देकर रोज डे मना सकते हैं। रोज डे की शुरुआत मे एक देखा गया कि गुलाब के फूलों से बाजार पटा रहा। सिर्फ लाल गुलाब ही नहीं अन्य कई रंगो के गुलाब भी अलग अलग मायने में बिक रहे है। फूल लेने वाले और दुकानदारों ने हर रंग के गुलाबों का महत्व भी बताया। 

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क्या है रंग बिरंगे गुलाब का महत्व

सनी पाण्डेय ने बताया कि येलो यानी पीला गुलाब दोस्ती का प्रतीक है। पीले रंग के गुलाब किसी खास दोस्त के लिए होता है। किसी स्पेशल दोस्त को पीले रंग का गुलाब देने से सामने वाले को पता चलता है कि वह आपके लिए कितना स्पेशल हैं।

सफ़ेद, व्हाइट रोज;लाल व्हाइट यानी सफ़ेद रोज किसी के नए प्यार की शुरआत करने की निशानी है। सनी ने बताया कि किसी को आप पसंद करते है तो  उसे सफ़ेद रंग का गुलाब देना चाहिए। 

लाल गुलाब, यानी रेड रोज वैलेंटाइन के पूरे सप्ताह के समय सबसे ज्यादा बिकने वाला गुलाब है। जिसे प्यार की निशानी भी कहते हैं। इसलिए लाल गुलाब प्यार का प्रतीक बताया गया है। लाल गुलाब जिसे आप प्यार करते है, उसे दे सकते है।  

पिंक रोज, यानी गुलाबी गुलाब,  पिंक रोज का मतलब होता है धन्यवाद , शुक्रिया। पिंक रोज आप अपने पार्टनर को देकर यह बता सकते है कि आपके जीवन में उनके आने से कितनी खुशी है। इसके लिए शुक्रिया।

ऑरेंज रोज, यानी नारंगी गुलाब, इस आरेंज गुलाब का मतलब है रिश्तों को मजबूत करना। इस रंग के गुलाब को देने से प्यार में मजबूती आती है। इस रंग के गुलाब को देने से रिश्तों में नया मोड़ आता है।  

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मुगल काल से शुरू हुई थी वैलेंटाइन डे की शुरुआत

वैलेंटाइन डे की शुरुआत मुगल काल से हुई थी। वैलेंटाइन डे की शुरुआत रोज डे से होती है। रोज डे पर कपल्स रोज देकर एक दूसरे को प्रपोज करते हैं। बताया जाता है कि मुगल काल में बेगम रहीं नूरजहां को लाल रंग का गुलाब बेहद पसंद था। जिन्हें खुश देखने के लिए जहांगीर प्रतिदिन एक टन के बराबर ताजे गुलाब भेजते थे। छात्र कविता चौधरी ने यह भी बताया क्वीन विक्टोरिया ने अपने प्यार का इजहार करने नए लिए अपने पति  प्रिंस अल्बर्ट को लाल गुलाब दिया था। तब से आज तक यह परंपरा लगातार चलती आ रही है। 

दुकानदारों ने पहले से की है तैयारी

शहर में वैलेंटाइन डे को लेकर एक अलग सा माहौल देखना को मिला। 1 सप्ताह तक चलने वालेइस प्रेम पर्व को लेकर काफी खुशी देखने को मिली।  शहर में दुकानदारों ने एक दिन पहले से ही गुलाब के फूलों की खेत मंगवाकर रख ली थी। दुकानदार राजू केसरवानी ने बताया कि लखनऊ, झांसी, कनपुर बनारस से गुलाब के फूलों को मंगाया गया है। इस वेलेंटाइन डे की शुरुआत रोज डे से शुरु हो गयी है। वैलेंटाइन 14 फरवरी तक चलेगा। एक सप्ताह तक अलग अलग तरिके से लोग इसे मनाएंगे।  

जैसा गुलाब, वैसा दाम

दुकानदारों ने बताया कि गुलाब की कली 70 रुपये से लेकर 150 और 400 तक बिक रहे है। रोज डे पर गुलाब का फूल ही दिया जाता है। प्रयागराज के सहजादे भाई नर्सरी वाले ने बताया कि उनकी नर्सरी से काफी गुलाब के पौधे भी लोग ले गये है। इस बार पाला पड़ने से गुलाब का फूल मंहगा हुआ है। इसलिए कली भी मंहगी मिली है। जो कली 20 रुपये में बिकती थी वह 50 रुपये में बिक रही है। 

वैलेंटाइन डे (प्रेम पर्व) की हो गई शुरुआत 

रोज डे- सात फरवरी
प्रपोज डे- आठ फरवरी
चॉकलेट डे- नौ फरवरी
टैडी डे- दस फरवरी
प्रोमिस डे- 11 फरवरी
हग डे- 12 फरवरी
किस डे- 13 फरवरी
वेलेंटाइन डे- 14 फरवरी

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