मुरादाबाद : हाईवे पर एक लेन का चक्का जाम, भारी संख्या में बीच मार्ग पर बैठे किसान
मुरादाबाद। भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा के अह्वान पर सोमवार को किसानों ने दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे की एक लेन का चक्का जाम कर दिया। शाम तक किसान हाईवे पर प्रदर्शन करते रहे। इनके साथ काफी समर्थक और ट्रैक्टर-ट्रॉली भी थे। हाईवे पर रामपुर से मुरादाबाद की तरफ आवागमन पूरी तरह से बाधित कर रखा। इससे यातायात काफी मुश्किल भरा रहा। इन किसानों की अगुवाई भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के मूंढापांडे ब्लाॅक अध्यक्ष ठाकुर धर्मेश सिंह कर रहे थे।
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— Amrit Vichar Moradabad (@amritvicharmbd) February 26, 2024
किसान नेता ने प्रदर्शन का कारण बताते हुए कहा कि 13 महीने के आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने एमएसपी गारंटी कानून बनाने, किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ करने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का वादा किया था लेकिन, डेढ़-दो साल बीतने के बाद भी केंद्र सरकार अपने पूर्व के वादे पर खरी नहीं उतरी है। किसान नेता धर्मेश सिंह ने कहा कि जब व्यापारियों का 15 लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ हो सकता है तो किसान का क्यों नहीं? कहा, किसान परेशान है तभी प्रदर्शन कर रहा है, आंदोलन करना किसी को शौक नहीं है।
किसान यूनियन में मुरादाबाद सदर तहसील अध्यक्ष नरेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि उनके नेता का आदेश था कि 26 फरवरी के दिन हाईवे की एक लेन का चक्का जाम करना है, जबकि दूसरी लेन पर आवागमन को प्रभावित नहीं करना है। उन्होंने और उनके साथी किसानों ने उसी आदेश का पालन करते हुए प्रदर्शन किया है। इन्होंने पंजाब बॉर्डर पर किसानों के साथ हो रही ज्यादती का विरोध किया और आंदोलित किसानों का समर्थन किया। इन्होंने कहा कि किसानों की 12 सूत्रीय मांगे हैं, जिसे सरकार मानने को तैयार नहीं है और किसानों को घर, खेत-खलिहान छोड़कर आंदोलन करना पड़ रहा है।
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