Kanpur: कोर्ट के आदेश पर फैक्ट्री पर पड़ा छापा, नकली डिटर्जेंट उत्पाद बरामद
कानपुर, अमृत विचार। पनकी क्षेत्र के बजरंगबली एस्टेट में स्थित एक फैक्ट्री पर शुक्रवार को छापा मारा गया, जहां 'संतरी जी की गाय छाप' नामक नकली डिटर्जेंट उत्पाद तैयार किए जा रहे थे। यह कार्रवाई दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में चल रहे एक वाणिज्यिक मुकदमे के तहत की गई, जिसे असली 'गाय छाप' ब्रांड के मालिक सुनील निरंजन शाह ने दायर किया था।
छापामारी की यह कार्रवाई कोर्ट द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर श्री नवीन तायल और वादी के अधिवक्ता अनिल कुमार साहू के नेतृत्व में की गई। उन्होंने अदालत के निर्देशानुसार फैक्ट्री पर छापा मारा और वहां मौजूद नकली माल को जब्त किया।
छापा कानपुर के बजरंगबली एस्टेट, साइट-4, पनकी में स्थित कारखाने पर मारा गया, जहां लक्ष्मी चंद आहूजा द्वारा असली 'गाय छाप' ब्रांड की नकली नकल 'संतरी जी की गाय छाप' के नाम से बाजार में उतारी जा रही थी। आरोप है कि यह नकली उत्पाद पूरी तरह से असली 'गाय छाप' की तरह दिखते थे, जिससे उपभोक्ताओं को भ्रमित किया जा रहा था।
इस मामले में फैक्ट्री से नकली 'संतरी जी की गाय छाप' डिटर्जेंट के अलावा, उत्पादन से जुड़े दस्तावेज और उपकरण जब्त किए गए हैं। वादी के अधिवक्ता अनिल कुमार साहू ने बताया कि उनके ब्रांड की साख और व्यापार को नुकसान पहुंचाने के लिए यह धोखाधड़ी की जा रही थी।
सुनील निरंजन शाह ने यह दावा किया कि उनका परिवार 1975 से 'गाय छाप' ब्रांड के तहत उच्च गुणवत्ता वाले डिटर्जेंट उत्पाद बना रहा है, और यह नकली उत्पाद उनके ब्रांड की प्रतिष्ठा को गंभीर रूप से क्षति पहुंचा रहे हैं।
वादी के अधिवक्ता अनिल कुमार साहू ने बताया कि यह कार्रवाई वाणिज्यिक मुकदमे के अंतर्गत की गई है, जिसमें नकली उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री पर कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी। इस पूरे मामले की सुनवाई दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में चल रही है, जहां सुनील निरंजन शाह ने प्रतिवादी लक्ष्मी चंद आहूजा के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
छापे के बाद शाह ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बाजार में बिकने वाले नकली उत्पादों से सतर्क रहें और केवल प्रामाणिक दुकानों से ही 'गाय छाप' ब्रांड खरीदें।