बोर्ड बैठक में हंगामा : अध्यक्ष और सभासदों की नोंकझोंक में बैठक स्थगित, नहीं निकला कोई नतीजा
नगर पालिका परिषद में महज दस दिन में दूसरी बार हुई बोर्ड बैठक
Uproar in Municipal Council meeting: नगर पालिका परिषद में इन दिनों कुछ भी सही नहीं चल रहा है। जनता की समस्याओं को भूल जिम्मेदार अपने हितों को लेकर इस तरह से भिड़े हैं कि लगातार दूसरी बार बोर्ड बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। दोपहर में शुरू हुई बोर्ड बैठक में अध्यक्ष और ईओ द्वारा दो बार प्रयास किया गया। सभासदों के बागी तेवर को देखकर अंत में स्थगित कर दिया गया। वहीं हंगामा कर रहे सभासदों ने दौरे पर आए जिले के प्रभारी मंत्री से मिलकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की। सभासदों का कहना है कि किसी कीमत मनमानी नहीं होने दी जाएगी।
गौरतलब है कि बीते नौ अप्रैल को बैठक में भी इसी तरह जमकर सभासदों ने हंगामा किया था। विरोध को देखते हुए अध्यक्ष ने बैठक को स्थगित कर दिया था। इससे पहले शनिवार को पालिका सभागार में बैठक प्रारंभ होते हुए कई सभासदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। अध्यक्ष पर मिले हुए अधिकारों का गलत प्रयोग करने का आरोप लगाने लगे। देखते ही देखते सभी सभासद लामबंद हो गए। अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर द्वारा काफी प्रयास किया गया, लेकिन उनकी कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ। इस दौरान ईओ स्वर्ण सिंह भी सभासदों और अध्यक्ष के बीच मध्यस्तता करने कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके।
मामला इतना बिगड़ गया कि महज कुछ ही देर में लंच की घोषण करते हुए अध्यक्ष अपने कमरे में चले गए। इस पर सभासद और आक्रोशित हो गए। दोबारा करीब एक घंटे मीटिंग हाल में पहुंचे तो फिर से विरोध होने लगा। मामला बिगड़ता देख अध्यक्ष ने दोबारा बैठक को स्थगित करने की घोषणा करते हुए अपने कक्ष में चले गए।
दोपहर में बोर्ड की बैठक शुरू होते ही सभासद सतीश कुमार मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, पंकज साहू, रामखेलावन बारी आदि ने पालिकाध्यक्ष के 50 लाख के पॉवर के एजेंडे को बैठक में शामिल करने की मांग उठाई।
पालिकाध्यक्ष ने इसका विरोध किया और पहले बदहाल जेल रोड को लोक निर्माण विभाग को हैंडओवर करने की बात कही। सभासद इस पर तैयार नहीं हुए। इसके सभासद हंगामा करने लगे। इस दौरान पालिकाध्यक्ष शत्रोहन सोनकर और सभासदों की तीखी बहस भी हुई। ईओ स्वर्ण सिंह ने मामला शांत करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। बाद में कोरम पूरा न होने का हवाला देते हुए पालिकाध्यक्ष ने बैठक को स्थगित कर दिया।
यह भी पढ़ें:- ब्लाइंड मर्डर : किससे लगाएं दरकार, बेटे की हत्या के पांच महीने बीते चुके हैं सरकार...
