लखनऊ: पति की मौत के ढाई माह बाद पत्नी ने गोमती में कूदकर दी जान, जानें पूरा मामला

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

रिटायर्ड जज व उनकी पत्नी की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर नौकर ने लगाया था फंदा

लखनऊ, अमृत विचार। हजरतगंज के सिकंदर नगर नई बस्ती में रहने वाली कविता निषाद (30) ने बुधवार को लक्ष्मण मेला के पास गोमती नदी में कूदकर जान दे दी। कविता के पति महेश ने 2 अप्रैल को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

मामले में कविता ने हजरतगंज कोतवाली में अलीगंज निवासी रिटायर्ड जज अनिल कुमार श्रीवास्तव और उनकी पत्नी वंदना के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। परिजन का आरोप है कि उक्त मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से कविता आहत थी और इसी वजह से उसने जान दी।

भाई अंशु ने बताया कि बहनोई महेश की आत्महत्या के कुछ दिन बाद उनकी बहन कविता सुशांत गोल्फ सिटी स्थित अर्जुनगंज अहिमामऊ में अपने दूसरे मकान में बच्चों माधव और शुभी के साथ रह रही थी। कविता ने मकान का एक हिस्सा किराए पर दिया था। उसी रुपये से घर का खर्च चल रहा था। बुधवार सुबह कविता बच्चों संग भाई के घर सिकंदर नगर पहुंची थी। दोपहर करीब 1:30 बजे कविता पुलिस चौकी पर दरोगा से मिलने की बात कह कर घर से निकली।

इसके बाद लक्ष्मण मेला मैदान के पास गोमती नदी में कूद गईं। कविता को नदी में कूदता देखकर लोगों ने शोर मचाया। स्थानीय लोगों व परिजन ने कविता को नदी से बाहर निकाला। सूचना मिलते ही हजरतगंज पुलिस मौके पर पहुंची। आनन-फानन में कविता को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भाई अंशु का आरोप है कि अगर समय रहते पुलिस ने कार्यवाही की होती तो बहन कविता की जान नहीं जाती।

आरोप है कि कविता पति की खुदकुशी मामले में कार्यवाही की मांग को लेकर चौकी और कोतवाली का चक्कर काटती रही, लेकिन पुलिस टालमटोल करती रही। अंशु ने बताया कि बहनोई और अब बहन के जाने के बाद भांजी व भांजे की जिम्मेदारी भी उनके ऊपर है। उन्होंने पुलिस से रिटायर्ड जज और उनकी पत्नी के के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मालकिन को संबोधित वीडियो बनाकर महेश ने लगाया था फंदा

अंशू ने बताया कि बहनोई महेश अलीगंज निवासी रिटायर्ड जज अनिल कुमार श्रीवास्तव के यहां खाना बनाते थे। 2 अप्रैल को महेश ने मोबाइल पर मालकिन को संबोधित करते हुए एक वीडियो बनाया था। जिसमें कहा था कि, मम्मी जी...अगर आपको लगता है कि सारा रुपया मैंने निकाला और बांट लिया, पर ऐसा नहीं है। मैंने रुपया नहीं निकाला है। यह राहुल की हरकत है।

अमित भी यह बात जानता है। राहुल ने यह बात खुद बताई थी कि पिन खोलकर उसने पैसा निकाला था। मेरे पास डेढ़ लाख रुपये नहीं हैं जो आपको दे सकूं। इसलिए आज होशो हवास में सुसाइड करने जा रहे हैं। मम्मीजी जी आज के बाद नहीं मिलेंगे आप से, क्योंकि आज हम आत्महत्या करने जा रहे हैं।

रिटायर्ड जज ने लगाया था साढ़े छह लाख की चोरी का आराेप

होली के समय रिटायर्ड जज के घर में साढ़े छह लाख रुपये की चोरी हुई थी। बहनोई महेश ने चोरी नहीं की थी। इसके बाद मालकिन वंदना महेश पर चोरी का आरोप मढ़ रही थी। 17 मार्च को उन्होंने अलीगंज थाने में पति के खिलाफ तहरीर दी थी। पति से पूछताछ के बाद पुलिस ने लिखापढ़ी करके छोड़ दिया था। इसके बाद से सेवानिवृत्त जज उनके बहनोई को धमका रहे थे कि डेढ़ लाख रुपये एक अप्रैल तक दे देना नहीं तो घर जब्त कर लिया जाएगा।

संबंधित समाचार