लोट्स गेमिंग एप: एक, पांच व दस के पुराने नोट से चल रहा था हवाला का खेल, जानिए क्या है पूरा मामला
मुंबई, गुजरात व बंगलुरु के कारोबारियों की मदद से खपाते थे रकम
लखनऊ, अमृत विचार। लोट्स गेमिंग एप के माध्यम से 100 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले साइबर जालसाज एक, पांच और 10 की पुराने नोटों का इस्तेमाल हवाला में करते थे। हवाला के जरिए करोड़ों की रकम भारत से दुबई पहुंचाने के लिए गिरोह के लोग गुजरात, मुंबई, छत्तीसगढ़, बंगलुरु समेत कई अन्य प्रदेशों के बड़े कारोबारियों के संपर्क में थे। रकम विदेश पार होने के बाद साइबर ठग व्हाट्सएप और टेलीग्राम की हिस्ट्री डिलीट कर देते थे। पुलिस टीम अब बरामद सभी मोबाइल के सोशल मीडिया एकाउंट की हिस्ट्री रिकवर करने का प्रयास कर रही है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से करोड़ रुपये व अन्य सामान बरामद करने के साथ ही पुराने नोट पांच रुपये के नौ, 10 रुपये के नौ नोट और एक रुपये के छह नोट बरामद किए। पूछताछ में सामने आया कि सरगना यह नोट एजेंट को देता था। इसके बाद सरगना तमाम शहरों में बैठे गिरोह के लोगों के मोबाइल पर व्हाट्सएप के जरिए नोट की फोटो नंबर के साथ भेज देता था। रुपये लेने के लिए जालसाजों के पास व्यक्ति जाता तो उसे नोट का नंबर दिखाना होता था। इसके बाद उसे रुपये मिल जाते थे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि जांच में कई अन्य के नाम सामने आए हैं। गिरोह सिर्फ लखनऊ या यूपी नहीं बल्कि अन्य प्रांतों में भी फैला है। लखनऊ पुलिस ने दूसरे जिलों व प्रांतों की पुलिस से भी संपर्क किया है। इसके साथ ही पुलिस इस आस में है कि अगर मोबाइल के सोशल मीडिया एकाउंट की हिस्ट्री रिकवर हो गयी तो हवाला से जुड़े कई कारोबारियों के नाम सामने आ जाएंगे।
किराए पर लेते थे बैंक खाता
एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया कि गिरोह के लोग ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए मजदूरों और तमाम अन्य लोगों के बैंक खाते किराए पर लेते थे। खातों में आयी ठगी की रकम को एटीएम से निकालने की जिम्मेदारी पांच लोगों को दी गयी थी। उक्त आरोपी अलग-अलग एटीएम बूथ से रुपये निकालते थे।
यह हुआ बरामद
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि स्मृति अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-403 में छापेमारी के दौरान 1,07,500,00 रुपये, नोट गिनने वाली दो मशीन, तीन लैपटॉप, 79 एटीएम कार्ड, 13 चेकबुक, 22 पासबुक, 54 मोबाइल, दो टैबलेट, 14 फर्जी आधार कार्ड, टोकन के रूप में गिरोह द्वारा प्रयोग किए जाने वाले पुराने पांच रुपये के नौ नोट, 10 रुपये के नौ नोट और एक रुपये के छह नोट बरामद किए हैं। डीसीपी ने बताया कि गेमिंग और बेटिंग एप में लोग छोटी रकम लगाते तो जालसाज उन्हें जिताते थे। उसके बाद शिकार जैसे ही बड़ी रकम लगाता तो जालसाज उन्हें हरवा देते थे।
