मथुरा पुलिस की बर्बरता : CM पोर्टल पर शिकायत करने से नाराज SI ने चौकी में युवक को बंद कर प्राइवेट पार्ट पर बरसाए लात-घूंसे

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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मथुरा,अमृत विचार : उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पुलिस की बर्बरता का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवक ने जब पुलिस की दबंगई के खिलाफ मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की, तो पुलिसकर्मी आपा खो बैठे। युवक को चौकी बुलाकर न सिर्फ हिरासत में लिया गया, बल्कि उसकी गुप्तांगों पर बेरहमी से लात-घूंसे बरसाए गए। घटना के बाद पीड़ित युवक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

समझौते का दबाव बना पुलिस : माधुरी कुंड निवासी प्रह्लाद सिंह के बेटे बृज किशोर ने गांव के ही कुछ लोगों से हुए पुराने विवाद को लेकर चौकी इंचार्ज कपिल नागर की भूमिका पर सवाल उठाते हुए सीएम पोर्टल पर शिकायत की थी। शिकायत में आरोप था कि पुलिस समझौते का दबाव बना रही है और पक्षपात कर रही है। परिजनों का कहना है कि सोमवार शाम को पुलिस ने पिता-पुत्र को अड़ींग पुलिस चौकी बुलाया। इसके बाद बृज किशोर को हिरासत में लेकर कमरे में बंद कर दिया गया और घंटों तक मारपीट की गई, यहां तक कि गुप्तांगों को भी चोट पहुंचाई गई।

SSP ऑफिस पहुंचे परिजन, अस्पताल में भर्ती हुआ युवक : अगले दिन मंगलवार को युवक के परिजन उसे लेकर एसएसपी श्लोक कुमार के कार्यालय पहुंचे। घायल अवस्था में युवक की हालत देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। एसएसपी ने तुरंत युवक को अस्पताल भिजवाया और जांच के आदेश दिए हैं।  एसएसपी ने कहाकि “घटना की पूरी निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। पीड़ित का मेडिकल कराया जा रहा है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

पुलिस की सफाई : “गंभीर बीमारी से है पीड़ित, कोई मारपीट नहीं हुई” इस मामले में दरोगा कपिल नागर ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “बृज किशोर ने 26 जुलाई को गांव में फायरिंग की झूठी सूचना दी थी। मौके पर जाकर जब हकीकत पता चली तो हमने उसे चौकी बुलाकर पूछताछ की थी। युवक को हाइड्रोसील की समस्या है, उसी के कारण सूजन आई है। मारपीट का आरोप बेबुनियाद है।”

अब उठ रहे सवाल
  • क्या अब CM पोर्टल पर शिकायत करना गुनाह बन गया है?
  • चौकियों में पीड़ित को सुनने की बजाय "सबक सिखाने" की मानसिकता क्यों हावी है?
  • क्या पुलिस अपनी छवि की ऐसी घटनाओं से खुद ही मिट्टी पलीद नहीं कर रही?

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