बैक स्टेज मेहनत से बाहर आता भीतर का कलाकार... रंगमंच से टीवी और फिर बड़े पर्दे पर कानपुर के विजयभान सिंह ने बनाई पहचान

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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अमृत विचार। युवा अगर अभिनय के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो संयम रखना बेहद जरूरी है। सफलता पाने या एक्टर बनने का कोई शार्टकट नहीं है। इसके लिए बैक स्टेज काफी मेहनत करनी पड़ती है। यह कहना है, टीवी इंडस्ट्री में स्थान बनाने के बाद अपनी मेहनत से बड़े पर्दे पर मुकाम बनाने वाले शहर के अभिनेता विजयभान सिंह का। अमृत विचार के कानपुर कार्यालय पहुंचे विजयभान ने कहा कि युवा एक्टिंग सीखने और अभिनय को पेशा बनाने की दौड़ में शिक्षा के महत्व को न नकारें। पढ़ाई को भी पूरा समय दें, क्योंकि जब विषम परिस्थिति आती है तो शिक्षा ही साथ देती है और हमारा तथा परिवार का पेट भरती है।  

बड़े पर्दे पर जल्द रिलीज होने वाली फिल्म ‘श्रगाल’ में बतौर पुलिस अधिकारी का रोल निभाने वाले विजय भान ने बताया कि उनकी यह फिल्म शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर आधारित है। भ्रष्टाचार के चलते बच्चे कैसे बिगड़ते हैं, इस विषय का समाज को झकझोरने वाले अंदाज में फिल्मांकन किया गया है। फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है। अब रिलीज की तैयारी चल रही है। फिल्म की शूटिंग कानपुर और मुंबई समेत देशके कई शहरों में हुई है। कानपुर के पीएसआईटी कॉलेज में भी फिल्म का काफी हिस्सा फिल्माया गया है। विजयभान अभिनीत बालीवुड की नई वेब सीरीज ‘कबूल है’ की शूटिंग भी शुरू हो चुकी है। 

रंगमंच से शुरू की अभिनय यात्रा पर पढ़ाई नहीं छोड़ी 

विजयभान ने कानपुर के क्राइस्टचर्च इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट किया था। इसके बाद एक्टिंग में रुझान के चलते उन्होंने अपनी अभिनय यात्रा की शुरुआत रंगमंच से की। लेकिन पढ़ाई नहीं छोड़ी। यूपीएसआईडीसी में कनिष्ठ सहायक की नौकरी मिली तो ज्वाइन कर ली। अपने चार दशक के अभिनय के सफर में विजयभान ने 100 से ज्यादा स्टेज शो किए हैं। संतोष गुप्ता की टेली फिल्म ‘नमक का दरोगा’ से उन्होंने छोटे पर्दे पर पहचान बनाई। लेकिन ख्याति टीवी धारावाहिक सावधान इंडिया तथा मौका-ए-वारदात से मिली। विजयभान  सावधान इंडिया धारावाहिक को अपने लिए सबसे बड़ा ब्रेक मानते हैं। कहते हैं, इससे उन्हें बहुत पहचान मिली। उन्होंने इस धारावाहिक  में पुलिस अधिकारी, अपराधी या किडनैपर जैसे कई लीड रोल किए हैं। एंड टीवी पर आने वाले धारावाहिक मौका ए वारदात में उनके ‘गायब दूल्हा’ एपिसोड को खूब सराहना मिली थी।  उनके द्वारा अभिनीत अनेक शॉर्ट फिल्में भी काफी पसंद की गई हैं। उनके ‘प्यार के पापड़’ सीरियल की शूटिंग कानपुर और आसपास के इलाके में हुई है। इस सीरियल में उन्होंने कई नये कलाकारों को काम दिलाया है। 

कलाकारों को सोशल मीडिया के जरिए मिल गया नया मंच    

विजयभान सिंह ने कहा कि रंगमंच के माध्यम से फिल्मों में जाना इतना आसान नहीं है। इसकी वजह यह है कि दोनों अलग विधा हैं। पहले कोई अन्य माध्यम नहीं होने से रंगमंच से फिल्मों का रास्ता निकल आता था, लेकिन अब सोशल मीडिया ने नए कलाकारों को बड़ा मंच दे दिया है। इसी तरह छोटे-छोटे शहरों में शूटिंग का रिवाज बढ़ रहा है। यही वजह है कि कानपुर आकर भी बड़े-बड़े डॉयरेक्टर और एक्टर फिल्मों, धारावाहिकों की शूटिंग कर रहे हैं। इससे शहर और यहां के कलाकारों का मान बढ़ रहा है और काम मिलने का रास्ता खुल रहा है। 

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