मंत्री की फटकार के बाद भी बारिश में खुले पड़े हैं ट्रांसफार्मर, संबंधित अधिकारियों को दिए गए सतर्कता बरतने के निर्देश
लखनऊ, अमृत विचार: ऊर्जा मंत्री की फटकार और पॉवर कॉरपोरेशन के सख्त आदेश के बाद भी शहर के कई क्षेत्रों में बारिश के बीच खुले ट्रांसफार्मर और उसके आसपास लगी हरी घास के साथ खुले तार हादसों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं बारिश के पानी से खुले तारों और खंभों में भी करंट उतरने की आशंका बनी हुई है। इस करंट से जहां जनसामान्य के साथ हादसा होने का खतरा बना हुआ है, वहीं जानवरों के भी चिपकने का डर लोगों में बना हुआ है।
जाली और टूटे गेट के चलते ट्रांसफार्मरों पर लटक रहे खुले तारों और डीपी बॉक्स की चपेट में आकर कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं। वहीं इससे शार्ट सर्किट की घटनाएं भी आए दिन हो रही हैं। इसके कारण घंटों सप्लाई भी बाधित हो रही है। इसके बावजूद बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर से आंख मूंदे बैठे हैं।
बारिश में करंट फैलने का खतरा ज्यादा
शहर में हो रही बारिश के दौरान करंट फैलने का खतरा सबसे अधिक होता है। महानगर के जल निगम कालोनी के पास जाली से घिरे ट्रांसफार्मर का गेट खुला पड़ा है। यहीं से सैकड़ों की तादाद में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग गुजरते हैं। साथ ही कई लोग इस चौराहे पर ठेला लगाने का काम भी करते हैं। ट्रांसफार्मर के निकट ही नगर निगम की ओर से कूड़ेदान भी रखा गया है। ऐसे में यहां जानवरों का जमावड़ा दिनभर लगा रहता है। ऐसे में बारिश के दौरान डीपी में खुले तारों के कारण करंट लगने और जानवरों के चिपकने की आशंका हमेशा बनी रहती है।
फैजाबाद रोड के निकट लगा ट्रांसफार्मर और डीपी बॉक्स बना खतरा
फैजाबाद रोड से आर्यकन्या जाने वाले मुख्य मोड़ पर लगा ट्रांसफार्मर और डीपी के पास सबसे ज्यादा लोग निकलते हैं। ऐसे में खुले तारों के कारण खतरा ज्यादा बना हुआ है। क्षेत्र में बारिश के पहले ही मेंटीनेंस के दौरान घंटों बिजली कटौती भी की गई। फिर भी खुले तारों से यहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
खुले तारों के कारण हो रहीं शार्ट सर्किट की घटनाएं
ट्रांसफार्मर के खुले तारों के कारण हल्की सी हवा और बारिश के दौरान करंट फैलने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इसके साथ ही शार्ट सर्किट का खतरा बहुत बढ़ जाता है। सबसे अधिक संभावना बारिश के समय करंट फैलने के साथ ही खुले तारों के जोड़ पर पानी पड़ने से करंट उतरने के कारण हादसा होने का अंदेशा बना रहता है।
महानगर निवासी सुशील ने बताया कि घर के पास लगे जर्जर खंभे को बदलवाने के लिए महानगर पावर हाउस के अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। बावजूद इसके विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब बारिश शुरू हो गई है, जिसके बाद इस खंभे में करंट उतरने का खतरा बना हुआ है।
बीते सप्ताह फूलबाग कॉलोनी के पार्क में लगे ट्रांसफार्मर में गेंद उठाने गए सात वर्षीय फहद की खुले तारों में चिपककर मौत हो गई। बच्चे के साथ हुए हादसे के बाद ऊर्जा मंत्री की ओर से अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई गई। ऊर्जा मंत्री के सख्त रुख को देखते हुए पॉवर कॉरपोरेशन ने आनन-फानन में शहर के सभी ट्रांसफार्मरों और खुले तारों को जाली से बंद करने के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए। बावजूद इसके घटना के एक सप्ताह बाद भी राजधानी के कई इलाकों में खुले पड़े ट्रांसफार्मर और तार हादसों का इंतजार कर रहे हैं।
अधिशासी अभियंता गौरव कुमार, कपूरथला ने बताया कि बारिश के समय सतर्कता बरतने के निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। फिर भी अगर क्षेत्र में कहीं ट्रांसफार्मर और डीपी बॉक्स खुले पड़े हैं तो उसे जल्द गेट और जाली लगाकर बंद करा दिया जायेगा।
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