बाराबंकी में शिष्य बताकर मठ की संपत्ति पर कब्जे का प्रयास,  कोर्ट की शरण गए संत, FIR दर्ज 

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Published By Vinay Shukla
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बाराबंकी, अमृत विचार : सतरिख थाना क्षेत्र के ग्राम सेठमऊ स्थित श्रीरामजानकी मठ से जुड़ा एक गंभीर आरोप सामने आया है। मठ के वर्तमान प्रबंधक ने खुद को ब्रह्मलीन महंत का शिष्य बताकर फर्जी दस्तावेज के सहारे मठ पर कब्जा करने के प्रयास का आरोप लगाया है। पुलिस के सुनवाई न करने पर प्रबंधक ने कोर्ट की शरण ली तब रिपोर्ट दर्ज की गई।

संत विजयरामदास ने न्यायालय एसीजेएम में गुहार लगाते हुए बताया कि वह श्रीरामजानकी मठ के मौजूदा प्रबंधक हैं। मठ के पूर्व महंत ब्रह्मलीन राजेन्द्रपुरी की 25 मई 2021 को मृत्यु हो गई। आरोप है कि महंत की मृत्यु के बाद विपक्षी शिवाकान्त पुत्र विनोद कुमार शुक्ला ने मठ की संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत से फर्जी आधार कार्ड समेत कई जाली दस्तावेज तैयार करवा लिए, जिनमें खुद को महंत राजेन्द्रपुरी का शिष्य बताया है, जबकि जीवनकाल में महंत ने न तो कभी उसे चेला स्वीकार किया और न ही मठ की किसी जिम्मेदारी में शामिल किया।

शिवाकान्त न केवल फर्जी कागजातों के जरिए प्रशासन को गुमराह कर रहा, बल्कि स्थानीय ब्लॉक अधिकारियों पर दबाव बनाकर वोटर लिस्ट और परिवार रजिस्टर में अपना नाम दर्ज कराने की कोशिश भी कर रहा है। इतना ही नहीं, विजयरामदास ने यह भी बताया कि शिवाकान्त आए दिन मठ पर आकर गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देता है, जिससे मठ का माहौल अशांत हो रहा है।

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