लखनऊ : मदद के नाम पर उधार लिये 20 लाख, बीमारी पर बुजुर्ग ने वापस मांगे रुपये तो मिला यह जवाब
लखनऊ, अमृत विचार । कारोबार में मदद के नाम पर निजी कंपनी मालिक ने बुजुर्ग के 20 लाख रुपये हड़प लिए। आरोपी ने उधार लेकर पीडीसी चेक दी, लेकिन तय समय बाद मुकर गया। बीमारी के चलते पीड़ित ने संपर्क किया तो टालमटोल की। डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल के निर्देश पर पीजीआई पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
कल्याणपुर स्थित आरके पुरम निवासी 80 वर्षीय रामेंद्र कुमार सक्सेना ने बताया कि उनका भांजा करन आशियाना सेक्टर-के निवासी दिनेशमणि तिवारी के साथ काम कर रहा था। दिनेशमणि को 20 लाख रुपये की जरूरत थी। भांजे के कहने पर पीड़ित ने जनवरी 2023 में उक्त रकम आरटीजीएस की थी। आरोपी ने कहा था कि रुपये रेरा में जमा करने के लिए हैं। तीन माह में वह रुपये वापस कर देगा। रकम के एवज में आरोपी ने उन्हें 20 लाख रुपये की 10 जुलाई की पीडीसी चेक दी थी।
तय समय बाद पीड़ित ने संपर्क किया तो आरोपी ने कुछ और समय मांगा। इसी दौरान तबीयत खराब होने पर रामेंद्र को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पता चला कि उनकी दोनों किडनियां फेल हैं और ओपन हार्ट सर्जरी करनी होगी। रुपये की जरूरत पड़ने पर पीड़ित ने दिनेशमणि से संपर्क किया तो वह टालमटोल करने लगा। 20 लाख की धोखाधड़ी का एहसास होने पर पीड़ित ने डीसीपी साउथ से मुलाकात कर शिकायत की। शुरुआती जांच के बाद पीजीआई पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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