उफान पर गंगा : चैनपुरवा में नाव चली, रानीघाट के मकानों में दरार
बैराज पर तीन लाख से अधिक क्यूसेक पानी, कई गांव जलमग्न, लोग पलायन को मजबूर
कानपुर, अमृत विचार : गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। मंगलवार को गंगा चेतावनी बिंदु पार कर 114.08 मीटर तक पहुंच गई। बैराज से सटे आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस चुका है। चैनपुरवा में लोग नाव से आना-जाना कर रहे हैं, जबकि रानीघाट के कई मकानों में दरारें आने से परिवार पलायन कर रहे हैं।
बैराज पर बढ़ा दबाव
बैराज अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार को गंगा में 3,40,179 क्यूसेक पानी आया, जबकि खतरे का निशान पार होने की आशंका पहले से जताई गई थी। शुक्लागंज की ओर जलस्तर 112.46 मीटर दर्ज हुआ। पानी बढ़ने पर बैराज के सभी 30 गेट खोलने पड़े। प्रशासन कटरी इलाके पर कड़ी नजर रख रहा है।
रानीघाट में दरारें, लोगों का पलायन
नवाबगंज के रानीघाट क्षेत्र में तेज कटान के कारण मकानों में दरारें पड़ रही हैं। कई परिवार, जैसे सरवन और गौरी शंकर सैनी, घरों पर ताला लगाकर सुरक्षित जगह चले गए हैं। लोगों का कहना है कि पानी घर के अंदर नहीं आया, लेकिन कटान से खतरा बढ़ रहा है।
नाव से आ-जा रहे बच्चे
चैनपुरवा, घारमखेड़ा, दिबनीपुरवा, रामपुर, पहाड़ी पुरवा, छोटा-बड़ा मंगलपुर, नत्थापुरवा, कद्दूपुरवा और कल्लूपुरवा में पानी घुस चुका है। चैनपुरवा में नावें सड़कों पर चल रही हैं। बाबा कन्टापेश्वर धाम के पास 20–25 बच्चे स्टीमर से स्कूल जा रहे हैं।
प्रशासन का अलर्ट
गंगा किनारे कल्लूपुरवा घाट पर स्नान और घूमने पर रोक लगा दी गई है। अटल घाट पर बोटिंग पर भी प्रतिबंध है। पुलिस पिकेट तैनात है और ग्रामीणों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
मुख्य बातें
- गंगा चेतावनी बिंदु 114 मीटर पार कर 114.08 मीटर पर पहुंची
- बैराज के सभी 30 गेट खोले गए, 3.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया
- रानीघाट में मकानों में दरार, कई परिवार पलायन कर गए
- चैनपुरवा में नाव से स्कूल जाते बच्चे, गांव चारों ओर से पानी में घिरा
यह भी पढ़ें:-कानपुर में मुंह से सांस और 160 बार सीना पंप कर बचाई आरक्षी की जान
