UP : वर्दी के सम्मान के खिलवाड़...बनियान पहकर सुनवाई करने वाला चौकी इंचार्ज निलंबित
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। शासन के सख्त निर्देश हैं कि पुलिसकर्मी जनसुनवाई या जनता से बातचीत के दौरान पूर्ण वर्दी में रहें, लेकिन भीरा थाने की पड़रिया चौकी इंचार्ज उमराव सिंह ने इन आदेशों को हवा में उड़ा दिया। महिलाओं के बीच सेंडो बनियान पहनकर मेज पर बैठकर फरियादें सुनते उनके फोटो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। तस्वीरें जैसे ही फैलीं, पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एसपी ने चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है।
वायरल फोटो में चौकी इंचार्ज उमराव सिंह अपनी कुर्सी पर आराम से टिके, सेंडो बनियान पहने और सीना ताने बैठे दिख रहे हैं, जबकि सामने महिलाएं अपनी शिकायत दर्ज करा रही थीं। इस नजारे ने न केवल पुलिस की गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि जनता में भी गलत संदेश गया। एसपी संकल्प शर्मा ने वायरल फोटो को गंभीरता से लेते हुए चौकी इंचार्ज को अनुशासनहीनता और विभागीय छवि धूमिल करने के आरोप में निलंबित कर दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मी वर्दी में रहकर ही ड्यूटी करते हैं तो लोगों में विश्वास और सम्मान बना रहता है, लेकिन इस तरह की हरकतें पूरे विभाग की साख गिराती हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि अनुशासन केवल नियम पुस्तिका तक सीमित क्यों है, अमल में क्यों नहीं आता। एक सीओ स्तर के अधिकारी ने बताया कि पुलिस वर्दी सिर्फ एक ड्रेस नहीं, बल्कि सम्मान, अनुशासन और अधिकार का प्रतीक है। फील्ड ड्यूटी में वर्दी पहनने का नियम न केवल पुलिस की पहचान बनाए रखता है, बल्कि जनता में भरोसा भी कायम करता है। इसीलिए ऐसे मामलों पर विभाग शून्य सहनशीलता की नीति अपनाता है।
