Barabanki : तहसील दिवस में चूहा मार दवा लेकर पहुंची पीड़िता, डीएम के सामने लगाई न्याय की गुहार, मचा हड़कंप

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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बाराबंकी, अमृत विचार : हैदरगढ़ तहसील समाधान दिवस सोमवार को उस समय सनसनीखेज हो गया जब एक महिला हाथ में चूहा मार दवा लेकर जिलाधिकारी के सामने पहुंच गई। महिला का कहना था कि वह सात महीने से न्याय की गुहार लगा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। समाधान दिवस के समापन के बाद जैसे ही जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी तहसील परिसर से बाहर निकलने लगे, तभी महिला उनकी गाड़ी के पास जाकर बैठ गई और रोते हुए अपनी व्यथा सुनाने लगी।

महिला के आरोप : महिला सत्यभामा सिंह का कहना है कि गांव के दबंगों ने उसकी जमीन, नाली और पाइपलाइन पर अवैध निर्माण कर लिया है। शिकायत करने के बावजूद हर बार उसे केवल आश्वासन ही मिला, कार्रवाई नहीं हुई। निराश होकर उसने तहसील दिवस में चूहा मार दवा लेकर पहुंचने का कदम उठाया।

बाराबंकी तहसील दिवस

प्रशासन में हड़कंप : महिला के हाथ में दवा देख तहसील परिसर में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। मौके की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने तुरंत महिला की समस्या सुनी और अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए।

डीएम की सख्ती : जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी पीड़ित को बार-बार चक्कर नहीं लगाने चाहिए। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि लोगों को समय पर न्याय मिले। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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