ईपीएफओ : कर्मचारियों को 15,000 रुपये तक मिलेगा प्रोत्साहन, एक लाख वेतन पाने वालों को भी मिलेगा लाभ
लखनऊ, अमृत विचार। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने लालकिले से प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (पीएमवीबीआरवाई) का औपचारिक शुरुआत किया। इस योजना का उद्देश्य देश के युवाओं को संगठित क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराना और सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाना है।
क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त प्रथम अश्विनी कुमार गुप्ता ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत पहली बार ईपीएफओ में पंजीकृत होने वाले कर्मचारियों को अधिकतम 15,000 तक का प्रोत्साहन दो किस्तों में दिया जाएगा। पहली किस्त 6 माह की सेवा पूरी होने पर और दूसरी किस्त 12 माह की सेवा के साथ वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रदान की जाएगी। नियोक्ताओं को भी प्रति अतिरिक्त रोजगार 3,000 रुपये प्रतिमाह तक प्रोत्साहन दिया जाएगा, जो सामान्य क्षेत्र में 2 वर्षों और विनिर्माण क्षेत्र में 4 वर्षों तक मिलेगा। प्रोत्साहन राशि वेतन के स्लैब के अनुसार 1,000 से 3,000 रुपये प्रतिमाह तक होगी। यह योजना 1 लाख रुपये तक वेतन पाने वाले कर्मचारियों पर लागू होगी।
उन्होंने बताया कि लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी और रायबरेली जिलों में 37,926 पंजीकृत प्रतिष्ठान हैं, जिनमें से 7,087 सक्रिय योगदानकर्ता हैं और 5 लाख से अधिक कर्मचारी सक्रिय यूएएन धारक हैं। क्षेत्रीय कार्यालय ने पिछले चार महीनों में 1.88 लाख से अधिक दावे निस्तारित कर 498 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की है। योजना का लाभ उठाने के लिए 50 से कम कर्मचारियों वाले प्रतिष्ठानों को कम से कम दो और 50 या अधिक कर्मचारियों वाले प्रतिष्ठानों को न्यूनतम पांच नए कर्मचारियों की नियुक्ति करनी होगी। योजना की विस्तृत जानकारी के लिए 18 अगस्त को pmvbry.epfindia.gov.in पोर्टल शुरू किया गया है।
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