पीलीभीत: गज भर जमीन नहीं, यूरिया खाद ले चुके 20-20 बार, जांच में खुला खेल

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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पीलीभीत, अमृत विचार: खाद की कालाबाजारी पकड़ने के लिए कराई गई जांच में अब तक तीन खरीदारों के नाम निकलकर सामने आए हैं। खास बात यह है कि इनमें दो के पास तो धेला भर जमीन नहीं है, मगर खाद की खरीद 20-20 बार की गई। फिलहाल गड़बड़ी मिलने पर अब  तीनों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। तीनों ललौरीखेड़ा ब्लॉक क्षेत्र के रहने वाले हैं। जिला कृषि अधिकारी ने पत्रावली बनाकर अनुमति के लिए डीएम को भेजी है।

खाद की कालाबाजारी का शोर लंबे समय से चल रहा है। इसे लेकर गत दिनों में विवाद भी कम नहीं हुए। जिला पंचायत की बोर्ड की बैठक में खाद की कालाबाजारी का मुद्दा इतना गरमाया कि जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि के ड्राइवर ने जिला कृषि अधिकारी से मारपीट कर दी थी। ये मामला खासा चर्चा में रहा। एफआईआर के साथ ही विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। इसके अलावा अब तक 45 थोक और रिटेल विक्रेताओं के लाइसेंस भी निलंबित किए जा चुके हैं। इनमें  21 लाइसेंस निरस्त भी किए जा चुके हैं। इधर खाद की कालाबाजारी की तह में जाने के लिए आईएफएमएस पोर्टल से मई से जुलाई माह तक खाद की खरीदारी करने वालों की सूची निकालकर कृषि विभाग के अफसरों ने बारीकी से पड़ताल की। पड़ताल में कुछ किसानों द्वारा 10 से लेकर 20 बार तक खाद की खरीदारी करने का मामला सामने आया। इसमें 03 खरीदारों की टीम लगाकर गहनता से जांच की गई। जांच में पाया गया कि इन तीनों खरीदारों ने आवश्यकता से काफी अधिक खाद की खरीददारी की। ऐसे में अब इन तीनों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एफआईआर कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिला कृषि अधिकारी नरेंद्रपाल की ओर से इसकी पत्रावली तैयार कर अनुमति के लिए डीएम को भेज दी गई है। जिला कृषि अधिकारी नरेंद्रपाल ने बताया कि जांच में गड़बड़ी पाई गई है। जिलाधिकारी से अनुमति मिलने पर कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।

दो भूमिहीनों ने 31 बार में खरीदे 111 यूरिया बैग
जिन तीन लोगों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के लिए डीएम से अनुमति मांगी गई है। वह तीनों ब्लॉक ललौरीखेड़ा के रहने वाले हैं। जिसमें ग्राम गौनेरा निवासी सोमपाल पुत्र भगवानदास ने जुलाई माह में 17 बार में 51 बैग यूरिया खरीदी, जबकि उसके पास मात्र 02 बीघा जमीन है।  वहीं लालपुर गांव के नितिन कुमार पुत्र रुपराम और मोहित सिंह पुत्र श्रीकृष्ण कुमार दोनों के पास जमीन ही नहीं है। इसके बावजूद नितिन ने जून 08 बार और जुलाई  में 14 बार यूरिया खाद की खरीद की। इस तरह नितिन ने कुल 91 बैग यूरिया की खरीद की। वहीं मोहित सिंह ने मई माह में 09 बार में 20 बैग यूरिया की खरीद की। ऐसे में माना जा रहा है कि इनके द्वारा बिना मांग के ही यूरिया खरीद कर किसानों या दुकानदारों को बेचकर कालाबाजारी की गई है।

खाद विक्रेता भी जांच के दायरे में
जिला कृषि अधिकारी नरेंद्रपाल ने बताया कि ललौरीखेड़ा ब्लॉक की जांच में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है। अभी अन्य ब्लाकों में भी जांच की जा रही है। यदि अन्य कहीं भी गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसमें उन खाद विक्रेताओं के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने बिना अभिलेख देखे खाद की बिक्री की है।

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