Bareilly : देवहा नदी में मची तबाही तो जिम्मेदारों को याद आई

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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भदपुरा, अमृत विचार। नानक सागर डैम से 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद देवहा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। उफनाई देवहा नदी ने कटान शुरू कर दिया है। सिलरा, नवदिया समेत कई गांवों में कई बीघा खेत गन्ना, धान की फसलों के साथ नदी में समा गए हैं। 200 बीघा जमीन नदी में समा चुकी है। जलस्तर बढ़ने से गांव बहीर जागीर, सिलरा, नवदिया, नौगवा भगवंतपुर, सिठौरा आदि गांवों में दहशत का माहौल है। 

उनका कहना है कि देवहा नदी के तबाही मचाने के बाद जिम्मेदारों ने सुध ली। मंगलवार को विधायक डा. एमपी आर्य ने एसडीएम उदित पवार, तहसीलदार दुष्यंत कुमार आदि के साथ गांव अमीर नगर का दौरा किया। उन्होंने नदी किनारे रह रहे लोगों के अपील कीकि वह अपने सामान सहित सुरक्षित जगह पर चले जाएं क्योंकि देवहा नदी दोनों गांव से के बीच से दक्षिण दिशा को निकल तेजी से कटान कर रही है। 

इधर, बाढ़ खंड विभाग के जेई आशुतोष शर्मा, एसडीओ चंद्रपाल सिंह ने अमीर नगर गांव में डेरा डाल दिया है। लेबर को लगाकर पेड़ों की डाल कटवा कर नदी में लगवा रहे हैं। अमीर नगर और गुलड़ाई के किसान मेवाराम ओमपाल, रमेश चंद्र, महेश कुमार, रामकृष्ण आदि किसानों की लगभग 200 बीघा जमीन देवहा नदी में समा चुकी है। बिहारीपुर, सिलरा नवदिया मोतीराम, सिठौरा समेत कई गांवों में सड़कों के ऊपर पानी बह रहा है।

यहां भी खतरा बरकरार, नदी किनारे बने हैं घर
कैलाश नदी का जल स्तर लगातार बढ़ने से नाला पार नई बस्ती में पानी घुस गया है। तो वही नदी किनारे बसी आबादी भी खतरे में पड़ गई है। बीते कई वर्षों से नदी मे अधिक पानी न बढने के कारण लोगों ने नदी के किनारे ही घर बना लिए। जिन पर अब जल स्तर बढ़ने के कारण कटान का खतरा मंडराने लगा है।

 

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