फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्र का खेल- रेवड़ी की तरह बांटी गई नौकरी! मामला जान कर CJM कोर्ट भी हैरान, डीएम से तलब की रिपोर्ट
हरदोई। फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्र पर बेसिक शिक्षा परिषद में नौकरी करने का जिन्न फिर एक बार बाहर आ गया। पहले तो इधर-उधर चिट्ठी-पत्री भेजी गई, उसका कुछ हल नहीं निकला, उल्टे शिकायत करने वाले को ही साजिश का शिकार बनना पड़ा। लेकिन अब मामला सीजेएम कोर्ट पहुंचा है, कोर्ट ने बारीकी से पड़ताल की तो वह हैरान रह गया। उसने
डीएम से पूरे मामले को लेकर रिपोर्ट तलब की है।
जैसा कि विमलेश शर्मा की शिकायत थी कि बेसिक शिक्षा में तकरीबन दो सैकड़ा 200 फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्र के सहारे नौकरी कर रहे हैं। उस शिकायत पर कोई खास एक्शन नहीं हुआ,उल्टे शिकायत करने वाले को ही साजिश का शिकार बनना पड़ा। उसके बाद विमलेश ने फर्ज़ीवाड़े का चिट्ठा कोर्ट के सामने रखा है।
पूरे मामले की गहराई से पड़ताल करने के बाद कोर्ट ने डीएम से रिपोर्ट तलब की है। कोर्ट के एक्शन लेते ही बेसिक शिक्षा महकमां हरकत में आ गया,डीएम की तरफ से ज़िम्मेदारों को हर एक बिंदु से रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश जारी किए गए है।
स्वास्थ्य महकमें में करनी पर पर्दा डालने की कसरत शुरु
फर्ज़ी दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनाने के मामले में स्वास्थ्य महकमां शुरु से निशाने पर रहा है,लेकिन सीजेएम कोर्ट के एक्शन लेने के बाद से उसकी परेशानी चार गुनी बढ़ गई है। कहा जा रहा है कि वैसे तो विमलेश शर्मा की शिकायत में जिन नामों का ज़िक्र किया गया है, उनका तबादला हो चुका है, और बहुतेरे रिटायर भी हो चुके है, लेकिन फिर भी ज़िम्मेदारों को मुश्किल सिर पर मंडराते हुए नज़र आ रही है। अंदरखाने से पता चला है कि इस बात के लिए कसरत शुरु हो चुकी है करनी पर कैसे पर्दा डाला जाए, इसके लिए लखनऊ, दिल्ली तक फोन घन-घनाने लगे है।
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