शाहजहांपुर में बाढ़ से हाहाकार: नेशनल हाईवे के ऊपर से बहने लगी नदी की धार, पानी से घिरे 45 गांव
शाहजहांपुर, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के जिला पीलीभीत में कहर ढाने के बाद अब शाहजहांपुर पर बाढ़ का संकट गहराने लगा है। गंगा और रामगंगा पहले से उफान पर हैं। खन्नौत और गर्रा नदियां भी आपा खोने लगी हैं। उधर, पीलीभीत में उफनाकर बह रही देवा नदिया का पानी भी बीसलपुर में तबाही मचाकर शाहजहांपुर को जलमग्न करने लगा है।
पिछले साल की तरह एक बार फिर शाहजहांपुर में लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे के ऊपर से धार बहने लगी है। बरेली मोड़ के आगे का इलाका जलमग्न है। शहर के निचले हिस्सों की हालत खराब होती जा रही है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तमाम लोग अपना सामान समेट सुरक्षित स्थानों पर डेरा डालने लगे हैं तो कुछ छतों पर ठिकाना बना रहे हैं।
शनिवार की सुबह नेशनल हाईवे पर पानी की धार बहने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। हालांकि अभी वाहनों के पहिये नहीं थमे हैं। लेकिन इसकी संभावना बढ़ने लगी है।
शहर के कई इलाकों में दुकानों और मकानों में पानी भर गया है। लखनऊ-पलिया हाईवे तक बाढ़ की जद में है। उधर, मेडिकल कॉलेज की ओपीडी तक पानी-पानी है। हालात को देखते हुए यहां से करीब 100 मरीजों को दूसरे माले पर शिफ्ट किया गया है। कई मरीजों को छुट्टी कर दी गई।
चूंकि पिछले साल मेडिकल कॉलेज के अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे रूम में पानी भर गया था। इसलिए इस बार एहतियातन पहले ही मशीनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
गर्रा और खन्नौत के अलावा शाहजहांपुर से गुजरीं गंगा और रामगंगा के अलावा दूसरी सहायक नदियां पूरे वेग के साथ बह रही हैं। इससे करीब 45 गांव बाढ़ से घिर गए हैं। फसलें तबाह होती देख किसानों के कलेजे फटने लगे हैं।
शुक्रवार को गर्रा और खन्नौत नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने लगे लगीं तो लोगों की सांसें अटक गईं। भैंसार बांध पर गंगा खतरे के निशान के निकट है। डबरी घाट पर रामगंगा खतरे के निशान से 12 सेमी ऊपर बह रही है। जलालाबाद, मिर्जापुर और अल्हागंज क्षेत्र में हाहाकार मचा है।
डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, गर्रा और खन्नौत नदी करीब 15 से 20 सेमी तक खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। शनिवार को एक फुट पानी और बढ़ने की आशंका है। हालांकि निचले इलाकों में सुधार की उम्मीद है। राहत-बचाव अभियान जारी हैं। टीमें अलर्ट हैं। प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद की जा रही है।
