बरेली: आउटर रिंग रोड का प्रोजेक्ट फिर से होगा शुरू
अमृत विचार, बरेली। जिले में 3 साल पहले आउटर रिंग रोड बनाने की परियोजना पर एक बार फिर से काम शुरू होगा। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, सूचना, खादी ग्रामोद्योग, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग तथा बरेली के नोडल अधिकारी डॉ. नवनीत सहगल ने मंगलवार को विकास भवन में विकास कार्यों की बैठक में आउटर रिंग …
अमृत विचार, बरेली। जिले में 3 साल पहले आउटर रिंग रोड बनाने की परियोजना पर एक बार फिर से काम शुरू होगा। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, सूचना, खादी ग्रामोद्योग, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग तथा बरेली के नोडल अधिकारी डॉ. नवनीत सहगल ने मंगलवार को विकास भवन में विकास कार्यों की बैठक में आउटर रिंग रोड पर काम शुरू करने के निर्देश दिए।
इसे लेकर जल्द ही कमिश्नर रणवीर प्रसाद एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि इनवर्टिस से एयरपोर्ट तक वाया सेटेलाइट फोर लेन प्लस का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। अपर मुख्य सचिव ने बैठक में पात्र व्यक्तियों तक जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को और अधिक संवेदनशील होकर अपने दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए।
2017 में वित्त मंत्री बनने के बाद राजेश अग्रवाल ने आउटर रिंग रोड का प्रस्ताव बनवाया था। आउटर रिंग रोड सीतापुर फोरलेन से फरीदपुर के पास से बदायूं रोड होते हुए दिल्ली रोड को आपस में जोड़ेगी। यह रिंग रोड करीब 41 किलोमीटर लंबी होगी। पहले जो प्रस्ताव तैयार किया गया था, उसके तहत आउटर रिंग रोड रजऊ परसपुर, रसुइया, भामपुर, अईयापुर, फरीदापुर, बरकली साहब, मौलापुर, मानपुर चकरिया, हरहुआ, गोविंदपुर, फतेहपुर सराय, नवदिया, शाहबाजपुर, अलई भगवंतपुर, जैतपुर शरीकपुर, धीरपुर, जरहाई, रकियाबाद, माधोपुर माफी, फतेहगंज पश्चिमी होकर निकलेगा।
इस रिंग रोड के बनने से शहर में जाम की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिल जाएगी। इसके अलावा वाहन चालकों को भी कम दूरी तय करनी होगी। मौजूदा समय में बदायूं होते हुए अन्य बड़े शहरों को जाने वाले वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बदायूं को जाने वाले भारी वाहन सेटेलाइट, खुर्रम गौटिया, चौकी चौराहा, कैंट, रामगंगा होते हुए बदायूं की ओर जाते हैं। रामपुर रोड की ओर से आने वाले वाहनों को काफी लंबा चक्कर लगाना पड़ता है।
फरीदपुर से लाल फाटक होते हुए रास्ते से वाहन गुजारे जाते हैं लेकिन इसके बावजूद काफी दिक्कत होती है। इसके अलावा वाहन चालकों को लाल फाटक के जाम में भी घंटों फंसना पड़ता है। इसी तरह से चौपुला होते हुए बदायूं रोड पर जाने के दौरान भी दिक्कत होती है। इधर से जाने वाले वाहन चालकों को भी महेशपुरा फाटक पर दिक्कत होती है। आउटर रिंग रोड बनने से शाहजहांपुर, पीलीभीत, नैनीताल, बीसलपुर और दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन बाहर से ही बदायूं रोड पर जा सकेंगे।
अप्रैल तक सेटेलाइट पुल होगा शुरू
डीएम नितीश कुमार ने बैठक में अपर मुख्य सचिव को लाल फाटक के संबंध में बताया कि सेना की एनओसी के साथ-साथ रेलवे का काम भी मंद गति से चल रहा है। इसमें भी तेजी लायी जाए। उन्होंने बताया कि लाल फाटक और चौपुला ओवर ब्रिज के निर्माण से भी बदायूं रोड पर जाने वाले लोगों को काफी हद तक राहत मिल जाएगी। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि सेटेलाइट ओवरब्रिज से अप्रैल 2021 तक हाईटेंशन लाइन शिफ्ट कर दी जाएगी। उसके बाद से यहां से जाम की समस्या भी दूर हो जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने बिजली विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द लाइन शिफ्ट कर ओवरब्रिज की शुरुआत करने के निर्देश दिए। इस सड़क के बनने से भी शहर के अंदर रहने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। सेटेलाइट से एयरपोर्ट तक इस सड़क पर किनारे कई जगह अतिक्रमण भी है। दूसरी ओर शाहजहांपुर रोड पर नकटिया, नरियावल, भिंडोलिया में भी अतिक्रमण किया गया है।
लौट कर आऊं तो सड़कों के गड्ढे भरे मिलें
बरेली के दौरे पर आए नवनीत सहगल को गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों पर झटके महसूस हुए तो उन्होंने विकास भवन में बैठक में लोक निर्माण विभाग से कहा कि सड़क के गड्ढों को भरने के लिए क्या किया। उन्होंने अधिक आवागमन वाली सड़कों के गड्ढे तत्काल भरने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगली बार जब वह आएं तो उन्हें सड़कों की दशा बेहतर मिलनी चाहिए। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से कहा कि वे लगातार महिला हेल्प डेस्क की समीक्षा करते रहें। बैठक में उन्हें अवगत कराया गया कि बरेली जनपद के लगभग समस्त गांवों, मजरों में बिजली पहुंचा दी गई है। इस पर नोडल अधिकारी ने कहा कि इसके लिए सर्वे करा लिया जाए कि कोई आबादी छूट न जाए। नोडल अधिकारी ने कहा कि कृषि एवं कृषकों के किसी भी प्रकरण पर तत्काल संज्ञान लिया जाए। किसान सम्मान निधि और प्रधानमंत्री कृषक बीमा योजना तथा अन्य योजनाओं में पात्रों के सत्यापन-पंजीकरण आदि की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करें।
चारे के लिए निजी संस्थाओं का भी सहयोग लें
नोडल अधिकारी ने गौशालाओं और पशु आश्रय स्थलों के रखरखाव को चुस्त-दुरुस्त रखने के केंद्रों की नियमित रूप से समीक्षा के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां से छुट्टा जानवरों की शिकायतें आ रही हैं, अभियान चलाकर उन क्षेत्रों के पशुओं को पकड़वाकर केंद्रों में भिजवाएं। उन्होंने कहा कि आश्रय स्थलों में पशुओं को बेहतर चारा दिया जाए। इसके लिए निजी संस्था का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण, मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग सहित समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
डीएम ने पुस्तक भेंट की
अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल को मंगलवार को विकास भवन में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने ‘बरेली विकास की ओर अग्रसर’ शीर्षक से प्रकाशित पुस्तिका भेंट की। जिला प्रशासन द्वारा निर्गत इस पुस्तिका में जनपद में चल रहीं सरकारी योजनाओं की प्रक्रिया, पात्रता आदि के बारे में विस्तृत एवं प्रामाणिक जानकारियां प्रकाशित की गई हैं।
