मुरादाबाद: बेरोजगारी सर्वे में कर्मियों की भर्ती के नाम पर ठगे गए अभ्यर्थी

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Published By Priya
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60 लोगों से ठग ने लिए तीन-तीन हजार, नागफनी थाने में रिपोर्ट दर्ज, सरकारी नौकरी का भरोसा देकर पीड़िता से दो लाख रुपये ठगे

मुरादाबाद, अमृत विचार। रोजगार की चाह में ठगी का शिकार होने वाली युवती ने आरोपी के विरुद्ध नागफनी थाने में केस दर्ज कराया है। आरोप है कि ठग उसे भरोसे में लेकर अन्य 60 लोगों से भी ठगी करने के बाद गायब हो गया है। पीड़िता ने फर्जीवाड़े के आरोप में शशांक प्रताप सिंह के विरुद्ध नागफनी थाने में रिपोर्ट लिखाई है।

इस मामले में दौलतबाग की नाजिया हसन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई थी। उनका कहना है कि उसकी शशांक से सात महीने पहले मुलाकात हुई थी। शशांक मूलरूप से मूंढापांडे थाना क्षेत्र के परसुपुरा का रहने वाला है। नाजिया के अनुसार, शशांक ने उससे कहा कि मुरादाबाद और संभल में बेरोजगारों के सर्वे के संबंध में उसका एक प्रोजेक्ट चल रहा है। इसमें 70 व्यक्तियों की जरूरत है। 

प्रत्येक कर्मी को 13 हजार रुपये प्रति माह मानदेय मिलेगा। अभ्यर्थी को पंजीयन के लिए उसे कुल 13 हजार रुपये में से पांच हजार रुपये देय होंगे। इस संबंध में शशांक ने नाजिया से किसी व्यक्ति की दो बार फोन से बात भी कराई। जिसने अपने आप को परियोजना निदेशक बताया। पीड़िता ने अलग-अलग करीब 60 लोगों से शशांक की मुलाकात कराई। सभी ने शशांक को तीन-तीन हजार रुपये भी दिए। रुपये लेने के बाद आरोपी ने सभी को ज्वाइनिंग लेटर भी बांटा। 

पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने उससे सरकारी नौकरी लगवाने की बात कह कर 20 नवंबर 2022 को दो लाख रुपये लिए थे। वहीं रेलवे में नौकरी लगवाने के लिए मुदस्सिर से 80 हजार रुपये लिए थे। दो माह तक बेरोजगारी सर्वे में लगे लोगों को मानदेय न मिलने पर फर्जीवाड़े का शक हुआ। बताया कि तीन फरवरी को संभल में कचहरी में शशांक ने इकरारनामा भी लिखाया और 12 मार्च तक बकाया मानदेय दिलाना तय हुआ। अब आरोपी न फोन उठाता है और न ही मिल रहा है।

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