मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की नीतीश के खिलाफ मोर्चेबंदी, पटना में जुटेंगे मुस्लिम संगठन एवं बुद्धिजीवी

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीअत उलमा हिंद, जमाअते इस्लामी समेत कई संगठन एवं देशभर के बुद्धिजीवियों ने पटना में नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चेबंदी करने की घोषणा की है। बोर्ड की अगुवाई में 26 मार्च को सुबह 10 बजे पटना में धरना दिया जाएगा।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महामंत्री मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दी ने भी इस सिलसिले में वीडियो संदेश जारी करके विशेषकर यूपी और बिहार के लोगों से धरनास्थल पर पहुचने की गुजारिश की है। ये धरना 26 मार्च को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक गिरौनी बाग थाना रोड पटना में होगा। इस धरने में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना उबैद उल्लाह आजमी, मौलाना असगर अली इमाम मेंहदी सलफी, उपाध्यक्ष जमीअत अहले हदीस, बोर्ड के राष्ट्रीय महामंत्री मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दी, डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास के अलावा बिहार की बड़ी हस्तियों में मौलाना अहमद वली फैसल अमीर शरीयत, इमारत शरैया बिहार उड़ीसा व झारखंड, मौलाना सैयद शाह मिनहाज उद्दीन मजीबी, खानकाह मजीबी फुलवारी शरीफ डॉ. सैयद शाह शमीम उद्दीन अहमद मनामी, खानकाह मनामिया पटना सिटी समेत देश के कई दिग्गज बुद्धिजीवी भी जुटेंगे। मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दी का कहना है कि केंद्र सरकार को समर्थन देने वाले नीतीश कुमार, चंद्र बाबू नायडू एवं चिराग पासवान वक्फ संसोधन बिल को लेकर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं। पटना का ये धरना नीतीश कुमार और चिराग पासवान को झकझोरने के लिए है।

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