शिक्षकों ने ऑफलाइन तबादला सूची जारी करने को लेकर किया प्रदर्शन, संघ ने Additional Director of Education को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ, अमृत विचारः ऑफलाइन तबादला सूची जारी न किये जाने से नाराज माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों ने सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया। उप्र.माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा की अध्यक्षता में जुटे शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की। सोहनलाल वर्मा ने ऑनलाइन तबादले की जारी की गई सूची पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मेरिट के आधार पर सूची जारी की जानी थी,लेकिन निदेशालय ने बिना मेरिट के 360 शिक्षकों की सूची जारी कर दी और अस्वीकार किये गए आवेदन का कारण भी नहीं बताया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने ज्ञापन अपर शिक्षा निदेशक सुरेन्द्र तिवारी को सौंपा। संगठन के महामंत्री राजीव यादव ने कहा कि निदेशालय से ऑफलाइन और ऑनलाइन तबादले के आवेदन मांगे गए थे। 1200 से अधिक ऑनलाइन आवेदन आए थे, लेकिन 27 जून को 360 शिक्षकों के तबादले की सूची जारी की गई। आरोप है कि तबादले मानक के अनुरूप नहीं किये गए हैं।
प्रदेश प्रवक्ता श्रवण कुमार कुशवाहा ने बताया कि ऑफलाइन तबादले के लिये प्रदेश भर के करीब एक हजार शिक्षकों की पत्रावलियां निदेशालय में लंबित पड़ी हैं। बहुत सी पत्रावलियां डीआईओएस और जेडी कार्यालय में पड़ी हैं। जिन पर कोई विचार नहीं किया गया। ऑफलाइन तबादले पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिये जाने से शिक्षकों में आक्रोश है। सोमवार को निदेशालय में जुटे शिक्षकों ने अपर निदेशक से ऑफलाइन तबादला सूची जारी करने की मांग रखी। अपर निदेशक ने कहा कि शासन से निर्देश मिलने पर ही ऑफलाइन तबादले पर विचार किया जाएगा।
शिक्षक संगठनों ने आंदोलन और न्यायालय जाने की दी धमकी
एडेड स्कूलों में शिक्षक संगठन अब तबादले के लिए ऑफलाइन आवेदनों पर निर्णय करने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर कुछ शिक्षकों ने इस प्रकरण को लेकर न्यायालय जाने की भी धमकी दी है। संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर स्कूल प्रबंधकों ने ऑनलाइन ट्रांसफर की फाइल फॉरवर्ड ही नहीं की। जिससे तबादला प्रक्रिया सुलझने की जगह और अधिक उलझ गई। जिसके चलते मात्र 360 शिक्षकों के ही स्थानांतरण हो पाये हैं। यह स्थिति तब है जबकि प्रदेश में ऐडेड स्कूलों के शिक्षकों की संख्या करीब 57 हजार हैं, जिनमें से 1772 ने तबादले के लिए आवेदन किया था । ऐसे में अब विभाग में ऑफलाइन तरीके से मामले को निस्तारित करने का रास्ता ढूंढा जा रहा है। विभाग की ओर से पहले ऑफ लाइन तबादले के आदेश जारी किए गए थे। इसके तहत शिक्षकों ने ऑफलाइन आवेदन शुरू कर दिया। बीच में ही अचानक से विभाग की ओर से 14 जून को ऑनलाइन तबादले किए जाने के आदेश जारी कर दिए गए और कहा गया कि सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया मसलन अनापत्ति प्रमाण पत्र आदि प्राप्त करने के लिए काफी कम समय दिया गया।
शिक्षक संगठन इस मुद्दे को लेकर आन्दोलन पर उतारू हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने तो माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का घेराव करने तक की घोषणा कर दी है। माध्यमिक शिक्षक संघ के ही पाण्डेय गुट के प्रवक्ता ओम प्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि शिक्षकों के तबादले में दोहरी व्यवस्था किसी भी रूप में ठीक नहीं है। इसमें पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए थी। पहले ऑफलाइन आवेदन मांगे गए फिर बाद में ऑनलाइन के आदेश जारी कर दिए गए।
