शाहजहांपुर : आधी रात को पीएनबी में घुसे लुटेरे, सीसीटीवी तोड़ा, ताले उखाड़े
पीएनबी ददरौल में सेंधमारी की कोशिश, गश्त कर रहे होमगार्ड ने सुनी आहट
शाहजहांपुर, अमृत विचार। ददरौल स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में बीती रात सेंधमारी की कोशिश पुलिस की त्वरित कार्रवाई से नाकाम हो गई। गश्त के दौरान संदिग्ध आवाजें सुनकर होमगार्ड ने सतर्कता दिखाई और तुरंत थाना प्रभारी ब्रजेश सिंह को सूचना दी। मिनटों में पहुंची पुलिस ने बैंक परिसर की घेराबंदी कर भीतर छिपे तीन संदिग्धों को दबोच लिया, जिससे संभावित भारी चोरी टल गई।
प्रत्यक्ष सूचना के अनुसार, देर रात अज्ञात चोरों ने बैंक के मुख्य प्रवेश द्वार के ताले तोड़ दिए। बाहर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे को नुकसान पहुंचाया। ताकि फुटेज रिकॉर्डिंग बाधित हो सके। आरोपियों ने पीछे की दीवार में नकब लगाने की भी कोशिश की, जिससे वे अंदरूनी हिस्से तक पहुंच सकें। चोरी का प्रयास चल ही रही थी कि रुटीन नाइट पेट्रोलिंग पर निकले एक होमगार्ड को बैंक परिसर की दिशा से असामान्य धात्विक आवाजें सुनाई दीं।
होमगार्ड ने मौके की प्राथमिक जांच में पाया कि बैंक के ताले टूटे पड़े हैं। स्थिति गंभीर समझते हुए उसने तत्काल थाना कांट पुलिस को सूचित किया।
थाना प्रभारी ब्रजेश सिंह ने फोर्स के साथ त्वरित पहुंच बनाते हुए बैंक के चारों ओर घेराबंदी की। कुछ ही देर में पुलिस टीम भीतर दाख़िल हुई और तीनों चोरों को बैंक परिसर के अंदर से गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती पूछताछ में माना जा रहा है कि आरोपियों ने पहले से रेकी की थी और सुरक्षा सिस्टम को निष्क्रिय करने की योजना बनाई थी। हालांकि इसकी पुष्टि विस्तृत जांच के बाद ही होगी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने देर रात ही स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल और होमगार्ड की सतर्कता से बड़ी वारदात टल गई। समय पर मिली सूचना और तुरंत की गई घेराबंदी ने संभावित आर्थिक नुकसान को रोका है। थाना प्रभारी ब्रजेश सिंह ने बताया कि बैंक प्रबंधन को सूचित कर दिया गया है और शाखा को फिलहाल सुरक्षा कारणों से सील-जैसी स्थिति में रखा गया है, जब तक कि तकनीकी टीम ताले, कैमरों और स्ट्रॉन्ग रूम की जांच नहीं कर लेती।
होमगार्ड को मिलेगा सम्मान
एसपी द्विवेदी ने घोषणा की कि सतर्कता दिखाने वाले होमगार्ड को विभागीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा, ताकि ड्यूटी पर सजग रहने की संस्कृति को बढ़ावा मिले। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि रात्रि गश्त में छोटी-सी सजगता भी बड़ी आपराधिक वारदातों को रोकने में निर्णायक सिद्ध होती है।
तीनों गिरफ्तार आरोपियों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है। पुलिस उनके आपराधिक इतिहास, स्थानीय संपर्कों तथा यह संभावना कि क्या किसी अंदरूनी व्यक्ति से उन्हें बैंक संरचना की जानकारी मिली, इन पहलुओं पर जांच कर रही है। बैंक के क्षतिग्रस्त सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर यूनिट की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। आसपास के मार्गों के दूसरे निजी/नगर निगरानी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जाएगी, ताकि आरोपियों की एंट्री-रूट की पुष्टि हो सके।
बैंक सुरक्षा पर बड़ा सबक
यह घटना वित्तीय संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल भी छोड़ जाती है। भौतिक सुरक्षा के लिए बैंक में अमूमन मजबूत ग्रिल, अलार्म-इंटीग्रेटेड ताले, और बैक-अप लॉकिंग सिस्टम लगाया जाता है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों का ऊंचाई पर, वैंडल-प्रूफ कवर में इंस्टॉलेशन, क्लाउड बैकअप होता है। इसके अलावा इंट्रूज़न अलार्म की भी व्यवस्था होती है। इस सबके बाद भी चोर बैंक में दाखिल हो गए थे और किसी को कुछ पता नहीं चला। ऐसे में सवाल उठता है कि अभी और सुरक्षा को पुख्ता करने की जरूरत है। होमगार्ड की सर्तकता से घटना बच गई वरना बड़ा नुकसान हो जाता।
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