Moradabad : जिला कंसल्टेंट के पास नहीं मिला कूड़ा कलेक्शन का कोई आंकड़ा

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Published By Monis Khan
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मुरादाबाद, अमृत विचार। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत गांवों में करोड़ों रुपये की लागत से बने आरसीसी कूड़ा कलेक्शन केंद्र अब सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी की मानें तो जिले की 643 ग्राम पंचायतों में 604 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 595 पर कूड़ा कलेक्शन का कार्य हो रहा है। लेकिन उपनिदेशक के हालिया निरीक्षण ने इस दावे की पोल खोल दी। निरीक्षण में 100 भी केंद्र सक्रिय नहीं मिले।

उप निदेशक पंचायत राज अभय कुमार ने बताया कि सरकार गांवों में स्वच्छता अभियान को लेकर करोड़ों रुपये खर्च कर रही। पंचायत राज विभाग के कुछ कर्मचारी सरकारी की इस मंशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं। गांवों में कूड़ा कलेक्शन के लिए बने इन केंद्रों पर कहीं ताला लटका मिला तो कहीं चारों ओर घास-फूस उगी थी। कई जगह केंद्रों की दीवारें टूट गई हैं, गेट जंग खाकर बंद पड़े हैं। 

कुछ स्थानों पर तो इन केंद्रों का उपयोग गोबर के उपले सुखाने के लिए हो रहा है। जबकि 500 से अधिक केंद्र महीनों से बंद पड़े हैं, जबकि कागजों में 595 संचालित दिखाया जा रहा है। शनिवार को दोबारा कूड़ा कलेक्शन केंद्र का निरीक्षण करने में स्थिति पहले से खराब मिली।
उन्होंने बताया कि चक हमीदपुर गांव में कूड़ा कलेक्शन केंद्र में कूड़ा एकत्रित नहीं किया जाता है।

गांव की संध्या बिश्नोई ने बताया कि आज तक कूड़ा कलेक्शन केंद्र खुला ही नहीं। यह केवल दिखावे की जगह बनकर रह गई हैं। वहींकूड़ा कलेक्शन के जिला कंसल्टेंट सुधीर कुमार का कहना है कि वर्तमान में कूड़ा कलेक्शन केंद्रों के संचालन का आंकड़ा उनके पास नहीं है।

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